भारत के ये हैं सबसे मशहूर संग्रहालय

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
संग्रहालय का उद्देश्य म्यूजियम के महत्व और भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। संग्रहालय वह स्थान है, जहां कोई देश अपनी संस्कृति, परंपरा और ऐतिहासिक महत्व रखने वाली अतीत की स्मृतियों के अवशेषों और कलाकृतियों को संरक्षित रखते हैं। विश्व भर में कई बड़े, बहुत पुराने और लोकप्रिय संग्रहालय मौजूद हैं। भारत के कई प्राचीन और प्रसिद्ध संग्रहालय हैं जो हमारी सभ्यता, कला, विज्ञान और परंपराओं की झलक प्रस्तुत करते हैं। यदि आप घूमने के शौकीन हैं और देश की विरासत को नजदीक से समझना चाहते हैं, तो इन प्रमुख संग्रहालयों की यात्रा जरूर करें।
राष्ट्रीय संग्रहालय, दिल्ली
राजधानी दिल्ली में स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय का इतिहास आजादी के बाद का है। वर्ष 1949 में इस संग्रहालय की स्थापना हुई थी। यहां दो लाख से अधिक कलाकृतियों को संग्रहित किया गया है। नेशनल म्यूजियम आने वाले दार्शनिकों को यहां सिंधु घाटी सभ्यता, गुप्तकालीन मूर्तियां, हथियार, वस्त्र और चित्रकला आदि देखने और इनके बारे में समझने का मौका मिलता है।
भारतीय संग्रहालय कोलकाता
कोलकाता में भारतीय संग्रहालय स्थित है जिसकी स्थापना 1814 में बंगाल की एशियाटिक सोसाइटी ने की थी। यह संग्रहालय कोलकाता के 1 पार्क स्ट्रीट में स्थित है। कोलकाता का इंडियन म्यूजियम न केवल भारतीय महाद्वीप में बल्कि विश्व के एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भी सबसे पुराना और सबसे बड़ा बहुउद्देशीय संग्रहालय है। यहां देखने के लिए प्राचीन कलाकृतियां, ममी, बौद्ध अवशेष, आभूषण, हड्डियां आदि रख गए हैं।
प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूजियम, मुंबई
प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय के नाम से भी जाना जाता है, जो आर्थिक राजधानी मुंबई में स्थित है। इस संग्रहालय की स्थापना 1922 में हुई थी। मुंबई के म्यूजियम में भारतीय कला, शिल्प और प्राचीन वस्तुओं का भंडार है। यहां देखने योग्य बौद्ध अवशेष, मूर्तियां, हथियार और पेंटिंग का शानदार कलेक्शन है।
सिटी पैलेस म्यूजियम, उदयपुर
उदयपुर में सिटी पैलेस संग्रहालय है, जिसका इतिहास मेवाड़ के शासकों के इतिहास से जुड़ा है। इसका निर्माण 1559 में महाराणा उदय सिंह ने कराया था जब उन्होंने अपनी राजधानी चित्तौडग़ढ़ से उदयपुर में स्थानांतरित की। 1969 में यह संग्रहालय के रूप में जनता के लिए खोल दिया गया जहां शाही हथियार, पोशाक, महल का शाही वैभव को प्रदर्शित किया जाता है।


