दिल्ली-NCR में हैं गणपति बप्पा के ये खूबसूरत मंदिर
भगवान गणेश, जिन्हें ‘विघ्नहर्ता’ और ‘सिद्धिविनायक’ के नाम से भी जाना जाता है। एक बार फिर उनके आगमन का समय आ गया है...
4PM न्यूज नेटवर्क: भगवान गणेश, जिन्हें ‘विघ्नहर्ता’ और ‘सिद्धिविनायक’ के नाम से भी जाना जाता है। एक बार फिर उनके आगमन का समय आ गया है। इस बार गणेश चतुर्थी का त्योहार 7 सितंबर को मनाया जाएगा। 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व का हर साल सभी लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। हिन्दू धर्म के अनुसार यह त्योहार इतना खास होता है कि हर दिन, हर जगह पर जश्न का ही माहौल होता है। गणेश उत्सव का पर्व सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन अब लगभग सभी बड़े शहरों में लोग इस पर्व को धूमधाम से लोग मनाने लगे हैं।
आपको बता दें कि भगवान गणेश जी का विसर्जन अनंत चतुर्दशी यानी 17 सितंबर को किया जाएगा। ऐसे में अगर आप भी दिल्ली-NCR में रहते हैं तो चतुर्थी के त्योहार पर गणेश जी के मंदिर में दर्शन जरूर करने जाएं।
अगर आप नोएडा में रहते हैं तो सेक्टर 62 में गणेश जी का विनायक मंदिर है। ये मंदिर बेहद सुंदर है। इस मंदिर की वास्तुकला भी बड़ी कमाल की है। इस मंदिर की दीवारों पर हुई नक्काशी भी बेहद खूबसूरत है।
श्री सिद्धिविनायक मंदिर
- दिल्ली के द्वारका सेक्टर 12 मेट्रो स्टेशन के पास ही भगवान गणेश जी का ये मंदिर है यहां गणेश जी की विशाल प्रतिमा देख सकते हैं।
- इस मंदिर की भव्यता को आप अपने कैमरे में भी कैप्चर कर सकते हैं।
- गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर इस मंदिर में बप्पा के दर्शन करने जरूर जाएं।
सिद्धि गणेश मंदिर, गुरुग्राम
- मंदिर का नाम ‘सिद्धि गणेश’ है। नाम से ही मंदिर के पता लगता है कि यहां भगवान गणेश की पूजा से भक्तों को सफलता और सिद्धि प्राप्त होती है।
- यह मंदिर गुड़गांव के फेज IV के बिहारी मार्केट के पास स्थित है, गुरुग्राम में भगवान गणेश का यह पहला मंदिर है।
- मंदिर का शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण भी यहां भक्तों को आने के लिए आकर्षित करता है।
- यहां मंदिर में स्थित भगवान की मूर्ति को लोग चमत्कारी मानते हैं।
- माना जाता है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना अवश्य पूरी होती है।
- जो पारंपरिक दक्षिण भारतीय वास्तुकला शैली में बना हुआ है।
गणेश मंदिर
- कनॉट प्लेस के बारे में तो हर कोई जानता है, यहां भी दिल्ली का सबसे फेमस गणेश मंदिर है।
- बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 18वीं सदी में किया गया था।
- बता दें कि ये मंदिर अपना ऐतिहासिक विरासत के लिए भी जाना जाता है।
- यहां गणेशोत्सव के दौरान खूब रौनक देखी जाती है।