क्या है हीचकी के पीछे का लॉजिक
जब हिचकी आती है तो कोई याद कर रहा होता है इस बात में कितनी सच्चाई हैं .....
4PM न्यूज़ नेटवर्क : जब भी हमें हिचकी आती है तो दूसरे लोग कहते हैं कि कोई याद कर रहा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें कितनी सच्चाई है.बचपन से लेकर बड़े होने तक जब-जब आपको हिचकी आई होगी तो आपको हमेशा कहा जाता होगा कि आपको कोई याद कर रहा है.इस बात पर हम पूरी तरह से विश्वास भी कर चुके हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये अंधविश्वास मात्र है. बल्कि इसके पिछे साइंस है.
दरअसल हिचकी आने का सीधा-सीधा कनेक्शन आपके फेफड़ों से जुड़ा हुआ है. मेडिकल साइंस के मुताबिक कई बार सांस लेने की प्रक्रिया के दौरान इंसान के फेफड़ों में हवा भर जाती है.
इसके चलते शख्स के सीन और पेट के बीच के हिस्से जिसे डायाफ्रारम कहते हैं. इसमें एक कंपन होती है. इस कंपन की वजह से अगले ही पल डायाफ्रारम सिकुड़ जाता है और सांस लेने का फ्लो टूट जाता है कुछ पलों तक इसमें एक थरथराहट महसूस होती है और इस तरह आपको हिचकी आने लगती है.
कई बार यह भी कहा जाता है कि जब मस्तिष्क से डायाफ्राम तक जाने वाले तांत्रिक मार्ग में गड़बड़ी होती है तब भी हिचकी आती है.
जब कोई शख्स भूख से ज्यादा खाना खा लेता है तब भी गैस के कारण हिचकी आने लगती है, इसके अलावा ज्यादा मसालेदार और तीखा खाना खाने से भी हिचकी आ सकती है.