तीन दिन में बताना होगा करोड़ों की दवाएं रखे-रखे कैसे एक्सपायर हो गईं

  •  मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन के गोदाम में बृजेश पाठक ने मारा छापा

लखनऊ। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने राजधानी में ट्रांसपोर्ट नगर स्थित उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन के गोदाम में गुपचुप निरीक्षण कर छापेमारी की। निरीक्षण के दौरान गोदाम में जबरदस्त अव्यवस्था मिलीं। दवाएं इधर-उधर फेंकी पड़ी थीं। अलग-अलग डिब्बों की चेकिंग में उप मुख्यमंत्री ने 16,40,33,033 रुपये मूल्य की एक्सपायर्ड दवाएं पकड़ीं। उन्होंने इस पर वहां मौजूद अधिकारियों, कर्मचारियों को जमकर फटकार भी लगाई। उन्होंने कहा कि ये दवाएं कॉर्पोरेशन द्वारा अस्पतालों को उपलब्ध कराई जानी चाहिए थीं, लेकिन नहीं भेजी गईं। करोड़ों की दवाएं गोदाम में रखे-रखे एक्सपायर हो गईं। ये घोर लापरवाही है। उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एक समिति का गठन करने व गोदाम में उपलब्ध दवाइयों का ऑडिट कराने के लिए पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्राथमिक जांच रिपोर्ट तीन दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

उपमुख्यमंत्री ने निरीक्षण कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई और मौके पर बरामद सभी सबूत, रिकॉर्डिंग, कागजात जब्त किए जाने के निर्देश दिए। पाठक को निरीक्षण में कई दवाएं ऐसी मिलीं जो दिसंबर 2021 में एक्सपायर हो चुकी थीं। दवाएं देखकर नाराज उप मुख्यमंत्री ने फटकार लगाते हुए पूछा कि ‘ये दवाएं लोगों को मारने के लिए रखे हो क्या? हम जनता को जिंदा रखने के लिए दवाएं देते हैं और यहां ये हाल है।Ó निरीक्षण में कई ऐसी दवाएं ऐसी मिलीं जो एक, दो महीने में एक्सपायर होने वाली थीं। यहां खुद को एक निजी कंपनी का कर्मचारी बता रहे लोग भी पाठक को मिले, उनसे भी उन्होंने पूछताछ की। उन्होंने पूछा कि क्या दवा कंपनी वाले आते हैं?

ये दवाई का गोदाम है या सीमेंट की दुकान

जमीन से लेकर अलमारियों तक में बेतरतीब रखे दवाओं के गत्ते। जगह-जगह जमा धूल। न उचित देखरेख और न कोई व्यवस्था। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को कुछ ऐसी ही स्थिति दवा गोदाम में देखने को मिली। दोपहर में गोदाम में छापा मारने के बाद वहां की बदहाली पर उप मुख्यमंत्री ने स्टाफ से पूछा कि ये दवाई का गोदाम है या सीमेंट की दुकान, ये कहां बैठे हैं।Ó कबाड़ की तरह रखी दवाओं को देखकर उन्होंने पूछा कि दवा कैसे ढूंढते हो?Ó तो इसका स्पष्ट जवाब अधिकारी, कर्मचारी नहीं दे सके। एक गत्ते में इस्तेमाल किया हुआ मास्क दवाओं के बीच मिला तो उप मुख्यमंत्री खासे नाराज हुए। उन्होंने कहा आप क्या जान से खेल रहे हो। प्लास्टिक का एप्रेन पोछने के लिए रखा मिलने पर भी उन्होंने फटकार लगाई। उन्होंने बदहाली पर कहा कि ऐसे दवाएं रखते हैं, ऐसे फेकोंगे, देखो कितनी धूल है, भगवान मालिक है। उन्होंने कहा कि ये दवाई हैं तो खुली क्यों फेंकी गई हैं?


आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को मिलेंगे तीन-तीन लाख

चंडीगढ़। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव 22 मई को चंडीगढ़ में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। जहां पर वह तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर के आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले करीब 700 किसानों के परिवारों को 3 लाख रुपए की वित्तीय यहायता प्रदान करेंगे। तेलंगाना सरकार ने इस उद्देश्य के लिए पंजाब, हरियाणा, यूपी और दिल्ली के परिवारों की पहचान की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के मुख्य कृषि अधिकारियों को इस आयोजन के लिए प्रत्येक मृतक किसान के परिवार के सदस्य को साथ लाने का निर्देश दिया गया है। इस कार्यक्रम में पंजाब के सीएम भगवंत मान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाले के शामिल होने की भी संभावना जताई जा रही है। इस यात्रा को लेकर अटकलें तेज हैं कि रविवार को तीन गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेसी सीएम एक साथ होंगे। आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के रविवार को चंडीगढ़ आने की संभावना है।

सीएम भगवंत मान के राज्य सरकार की कमान संभालने के बाद से यह उनका शहर का पहला दौरा होगा। आप के राष्टï्रीय संयोजक ने पिछली बार मार्च में मान के शपथ ग्रहण समारोह के लिए शहर का दौरा किया था। माना जा रहा है कि केजरीवाल तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव राष्टï्रीय स्तर के कई राजनीतिक और सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने के शुक्रवार से दिल्ली दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री केंद्र के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के शोक संतप्त परिवारों से भी मुलाकात करेंगे।

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