कोरोना पर प्रधानमंत्री का 10वां संबोधन : मोदी बोले- सौ करोड़ वैक्सीन डोज नए भारत की तस्वीर

  •  कोरोना से लड़ाई में देश की ताकत पर सवाल उठाए गए, 100 करोड़ वैक्सीन डोज इसका जवाब

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह दस बजे एक बार फिर देश को संबोधित किया। कोरोनाकाल के 19 महीने में ये उनका 10वां संबोधन था। दिवाली से पहले दिए 20 मिनट के संबोधन में मोदी का ज्यादातर फोकस कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज पूरे होने और महामारी से निपटने के तरीकों पर रहा। साथ ही प्रधानमंत्री ने एक संदेश भी दिया कि महामारी के वक्त जो सवाल उठे थे, देश ने उनके जवाब दे दिए हैं। पीएम मोदी ने एक तरीके से विपक्ष पर निशाना साधा और वैक्सीन के मुद्ïदे पर सारे आरोपों को बाखूबीसे जवाब दिया। साथ ही साथ उन्होंने अर्थव्यवस्था, किसानों और त्योहारों का भी जिक्र किया, तो मास्क को लेकर नया मंत्र भी दिया। मोदी के संबोंधन के बाद विपक्ष ने निशाना साधते हुए कहा कि जब दूसरी लहर चल रही थी तो कहां थे देश के माननीय प्रधानमंत्री। ये क्रेडिट तो डॉक्टरों व वैज्ञानिकों का है, भाजपा को चुनावों में इससे कोई फायदा मिलने वाला नहीं है। प्रधानमंत्री ने पिछली बार 7 जून को देश को संबोधित किया था।

कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा- वैक्सीनेशन पर क्रेडिट ले रहे

कांग्रेस ने 100 करोड़ वैक्सीनेशन पर सरकार के जश्न मनाने पर सवाल उठाया है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए हैं। मनीष तिवारी ने कहा, पीएमओ के पास दिलचस्प कार्यप्रणाली है, जब विफलता की जिम्मेदारी लेनी होती है तो लापता हो जाते हैं. जब क्रेडिट की बात होती है तो सबसे पहले आ जाते हैं। मनीष तिवारी ने पीएमओ को टैग करते हुए लिखा, पीएमओ इंडिया के पास एक दिलचस्प कार्यप्रणाली है जब विफलता के लिए जिम्मेदारी लेनी होती है, जैसे कोरोना की दूसरी लहर में लापरवाही की तो लापता हो जाते हैं। वहीं, जब क्रेडिट लेने की बात होती है, तो लाइन में सबसे आगे खड़े हो जाते हैं।

20 मिनट के संबोधन में ये की 10 बड़ी बातें

1. मोदी ने कहा यह केवल एक आंकड़ा नहीं है। यह देश के सामर्थ्य का प्रतिबिंब है। यह उस नए भारत की तस्वीर है जो कठिन लक्ष्य हासिल करना चाहता है। जो अपने संकल्प की सिद्धि के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा करता है।

2. भारत में सदी की सबसे बड़ी महामारी आई तो सवाल उठा कि क्या भारत इससे लड़ पाएगा। वैक्सीन खरीदने का पैसा कहां से आएगा। क्या भारत इतने लोगों को टीके लगा पाएगा लेकिन आज यह 100 करोड़ वैक्सीन डोज सबके जवाब दे रहा है।

3. मोदी ने आगे कहा कि गांव, शहर, सुदूर देश का एक ही मंत्र रहा कि वैक्सीन भेदभाव नहीं करती तो वैक्सीनेशन में भी भेदभाव नहीं हो सकता। ये सुनिश्चित किया गया कि वैक्सीनेशन अभियान पर वीआईपी कल्चर हावी न हो। सामान्य नागरिकों की तरह ही सभी को वैक्सीन मिली।

4. हमने ताली थाली बजाई तब कुछ लोगों ने कहा था कि क्या इससे बीमारी भाग जाएगी, लेकिन उससे एकजुटता की ताकत दिखी। उसी शक्ति ने इस देश को आज 100 करोड़ तक पहुंचाया है।

5. हमारा पूरा वैक्सीनेशन प्रोग्राम साइंस बाउंड और सांइस बेस्ड रहा है। इस अभियान में हर जगह साइंस और साइंटिफिक एप्रोच शामिल रही है। देश ने वैज्ञानिक तरीकों से इसके समाधान तलाशे। किस इलाके में कब और कितनी वैक्सीन पहुंचनी चाहिए इसके लिए भी वैज्ञानिक फॉर्मूले का उपयोग हुआ।

6. भारत में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। रिकॉर्ड स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन रहे हैं। हाउसिंग सेक्टर में भी नई ऊर्जा दिख रही है। पिछले दिनों किए गए रिफॉर्म भारत की अर्थव्यस्था को और तेजी से बढ़ाने में सहयोग करेंगे।

7. मोदी ने कहा कि आज रिकॉर्ड लेवल पर अनाज की खरीद हो रही है। किसानों के खाते में सीधे पैसे जा रहे हैं। खेल जगत हो, एंटरटेनमेंट हो सब जगह सकारात्मक गतिविधियां तेज हो रही हैं। आने वाला त्योहारों का सीजन इसे और गति और शक्ति देगा।

8. पीएम ने कहा मेड इन इंडिया की ताकत बढ़ी है। वोकल फॉर लेाकल यह हमें व्यवहार में लाना ही होगा। मुझे विश्वास है कि सबके प्रयास से हम यह करके दिखाएंगे। पिछली दिवाली में हर मस्तिष्क में तनाव था, लेकिन इस बार वैक्सीन के कारण विश्वास है।

9. त्यौहारों के समय बिक्री एकदम बढ़ जाती है। हमारे रेहड़ी पटरी वाले भाइयों के लिए आशा की एक किरण बनकर आई है। हमारी ये सफलता हमें एक आत्मविश्वास देती है। हमें सजग सावधान रहना होगा। लापरवाह नहीं होना है।

10. पीएम ने आखिर में कहा कि कवच कितना भी बड़ा और सुरक्षित हो जब तक युद्ध चल रहा हो हथियार नहीं डालना चाहिए। हमें त्योहार सतर्कता से ही मनाना है। कहीं भी जाएं तो मास्क लगाकर जाना है। जैसे हमें जूते पहनकर ही बाहर जाने की आदत लग गई है। वैसे ही मास्क लगाकर जाना है। जिन्हें अभी वैक्सीन नहीं लग गई है वे दूसरों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें।

पीएम मोदी के बाद योगी के गढ़ में डंका बजाएंगी प्रियंका गांधी

लखनऊ। प्रियंका गांधी अपनी पूरी ताकत के साथ उत्तर प्रदेश के राजनीतिक मैदान में डट गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी में नवरात्रों के दौरान बड़ी रैली कर अपना इरादा साफ कर चुकीं प्रियंका गांधी अब 31 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के किले गोरखपुर में डंका बजाने की तैयारी कर रही हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत के दिन गोरखपुर में दो लाख से ज्यादा लोगों की विशाल रैली आयोजित की जाएगी, जिसमें सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की होने की उम्मीद है। प्रियंका की योगी के किले को महिला शक्ति से भेदने की तैयारी है। पार्टी कार्यकर्ता कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट गए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी आज भी महिला शक्ति की बड़ी प्रतीक मानी जाती हैं। प्रियंका गांधी ने महिलाओं को टिकट बंटवारे में 40 फीसदी हिस्सेदारी देने की घोषणा कर रखी है। गोरखपुर की रैली में महिला शक्ति की बड़ी उपस्थिति दिखाकर पार्टी अपने इस दावे को और पुष्ट करने का काम करेगी। इस रैली से महिलाओं को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की जाएगी कि यदि वे आगे बढ़ना चाहेंगी तो पार्टी पूरी ताकत के साथ उनके साथ खड़ी रहेगी। पूर्व कांग्रेस सांसद राजेश मिश्रा ने बताया कि प्रियंका गांधी ने अपनी उपस्थिति से केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं में ही उत्साह नहीं भरा है, बल्कि पूरे राज्य के चुनावी माहौल को गर्म कर दिया है। यह तेजी अब लगातार जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी महानगरों में प्रियंका गांधी की बड़ी-बड़ी रैलियां आयोजित की जाएंगी। काशी के बाद गोरखपुर में रैली आयोजित की जा रही है। इसके बाद प्रयागराज, मेरठ, झांसी और अन्य इलाकों में भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।  

बिहार में ब्रेकअप! 2024 के लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ेगी कांग्रेस

बिहार में महागठबंधन टूट गया है। यहां कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर अकेले लड़ने का ऐलान किया है। कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने ये ऐलान किया। इतना ही नहीं, उन्होंने महागठबंधन में टूट के लिए लालू यादव की पार्टी आरजेडी को जिम्मेदार ठहराया। बिहार में पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस, राजद और लेफ्ट पार्टियों ने मिलकर महागठबंधन बनाया था। दरअसल, राजद और कांग्रेस में पिछले कुछ दिनों से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। दरअसल तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। ऐसे में आरजेडी ने इन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया था। इसके बाद कांग्रेस ने भी दोनों सीटों से अपने उम्मीदवारों को उतारने का ऐलान कर दिया।

Related Articles

Back to top button