एसिडिटी से इन चार आसान तरीकों से मिलेगा छुटकारा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियमित दिनचर्या ने हमारे स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव डाले हैं, जिनमें से एक आम समस्या है सुबह उठते ही पेट में जलन या एसिडिटी होना। यह सिर्फ एक छोटी सी परेशानी नहीं, बल्कि दिन की शुरुआत को पूरी तरह खराब कर सकती है और हमें असहज महसूस करा सकती है। रात भर के आराम के बाद जब पेट में तेज जलन, खट्टी डकारें या भारीपन महसूस हो, तो समझना चाहिए कि यह अनियमित खानपान, बढ़ता तनाव और गलत जीवनशैली का सीधा परिणाम है। यह समस्या न केवल शारीरिक बेचैनी पैदा करती है, बल्कि हमारी कार्यक्षमता और मूड पर भी बुरा असर डालती है। एसिडिटी तब होती है जब पेट में एसिड का उत्पादन सामान्य से अधिक हो जाता है, जिससे गले में जलन महसूस होती है। इस स्थिति से बचने के लिए हमें अपनी आदतों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। सही समय पर सही भोजन, पर्याप्त नींद और तनाव प्रबंधन इस समस्या से निजात पा सकते हैं।

गुनगुना पानी

जिन लोगो को अक्सर गैस, एसिडिटी जैसी बीमारी रहती है, उनके लिए सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना फायदेमंद होता है। इसके सेवन से आंतों को संकुचन में मदद मिलती है। गुनगुना पानी पीना सुबह की एसिडिटी से राहत का सबसे सरल उपाय है। यह पेट में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और पाचन तंत्र को शांत करता है। इसके लिएगुनगुने पानी के निरंतर सेवन से आपके शरीर में तापमान की बढ़ोतरी होती है, जिससे शरीर का एंडोक्राइन सिस्टम सक्रिय हो जाता है और पसीना आने लगता है और इसी के कारण शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।

अदरक वाली चाय

अदरक की चाय एसिड रिफ्लक्स सहित कई पाचन समस्याओं के लिए एक प्राचीन प्राकृतिक उपचार है। यह एक लोकप्रिय भारतीय पेय है जो अपने औषधीय लाभों के लिए जाना जाता है। अदरक में सूजन-रोधी और पाचन सुधारने वाले गुण होते हैं, जो एसिडिटी को कम करते हैं। जो एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को कम करते हैं और पाचन संबंधी जलन को शांत करते हैं। अदरक फेनोलिक यौगिकों जैसे रसायनों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह हल्के एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इसलिए अदरक वाली चाय पेट में एसिड के उत्पादन को नियंत्रित करती है और पाचन तंत्र को शांत करती है।

सौंफ का पानी

सौंफ का पानी पाचन तंत्र के लिए रामबाण है। सौंफ में एंटी-अल्सर और एंटी-एसिडिटी गुण होते हैं, जो पेट की जलन को कम करते हैं। खाने के बाद सौंफ खाने से पेट दर्द और अपच आदि की समस्या कम हो सकती है। इसीलिए खाने के बाद सौंफ खाने से पाचन तंत्र बेहतर होता है। सौंफ में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाचन को बेहतर बनाते हैं। इसके अलावा खाने के बाद सौंफ का सेवन करने से सांसों की दुर्गंध भी दूर होती है। सौंफ में मौजूद पाचक रस और एंजाइम पेट फूलना, गैस, अपच और कब्ज को रोकने में बहुत लाभकारी होते हैं।

ठंडा दूध पीएं

ठंडा दूध एसिडिटी को तुरंत कम करने का एक कारगर उपाय है। दूध में मौजूद कैल्शियम और प्रोटीन पेट में अतिरिक्त एसिड को बेअसर करते हैं, जिससे जलन और खट्टी डकार से राहत मिलती है। सुबह खाली पेट या एसिडिटी होने पर एक गिलास ठंडा दूध धीरे-धीरे पिएं। ध्यान रखें कि दूध कम फैट वाला हो, क्योंकि ज्यादा फैट वाला दूध पाचन को धीमा कर सकता है।

 

 

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