गजब हैं यूपी के डिप्टी सीएम! आज लखनऊ के लोहिया अस्पताल में मारा छापा तो मिलींकरोड़ों की एक्सपायरी दवाएं

प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने में जुटे हैं डिप्टी सीएम

  • मरीजों को देने के लिए लाई गयी थीं दवाएं, भ्रष्टाचार देख चढ़ा उपमुख्यमंत्री का पारा, दिए जांच के आदेश
  • सचिव स्तर के अधिकारी को जांच, मांगी रिपोर्ट चिकित्सकों व अधिकारियों के छूटे पसीने

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने का बीड़ा उठा लिया है। वे प्रदेश के अस्पतालों में छापेमारी कर खामियों को दुरुस्त करने में जुटे हैं। इसी क्रम में आज जब उन्होंने लखनऊ के लोहिया अस्पताल में छापेमारी की तो खामियां खुलकर सामने आ गईं। यहां से मरीजों को दी जाने वाली करोड़ों की एक्सपायरी दवाएं मिली। यह देखकर डिप्टी सीएम का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने न केवल अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों को जमकर फटकार लगायी बल्कि मामले की जांच के आदेश भी दिए। डिप्टी सीएम के तेवर देख चिकित्सकों में हडक़ंप मच गया।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक आज अचानक लखनऊ स्थित लोहिया अस्पताल पहुंचे। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में चारों ओर खामियां ही खामियां दिखीं। जैसे ही वे स्टोर रूम में पहुंचे अस्पताल प्रशासन की कारगुजारी सामने आ गयी। यहां पर मरीजों को देने के लिए दवाएं रखी गयी थीं। जांच से पता चला कि करोड़ों रुपये की ये दवाएं मरीजों को दी ही नहीं गईं और स्टोर में रखे-रखे एक्सपायर हो गयीं। मामले का खुलासा होते ही अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों व चिकित्सकों के हाथ-पांव फूल गए। वहीं मरीजों के प्रति घोर लापरवाही और भ्रष्टाचार को देखकर डिप्टी सीएम भडक़ उठे। उन्होंने मौके पर मौजूद चिकित्सकों को न केवल जमकर फटकार लगायी बल्कि पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए। यह जांच सचिव स्तर के अधिकारी को सौंपी गयी है। डिप्टी सीएम ने संबंधित अधिकारी से इस मामले की जांच रिपोर्ट यथाशीघ्र प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया है। डिप्टी सीएम के तेवर देख अस्पताल के चिकित्सकों के पसीने छूट गए।

अब तक कई जिलों के अस्पतालों में कर चुके हैं छापेमारी, दे चुके हैं सुधरने की चेतावनी

इसके पहले डिप्टी सीएम बृजेश पाठक राजधानी लखनऊ के सिविल और केजीएमयू अस्पताल का निरीक्षण कर यहां की खामियों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया था। वे आम आदमी की तरह पर्चा बनवाकर इन अस्पतालों में पहुंचे थे। इसके अलावा उन्होंने बाराबंकी के जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। यहां हर जगह उन्हें अव्यवस्था मिली थी। इस पर उन्होंने सीएमएस को फटकार लगाते हुए तत्काल सुधार के निर्देश दिए थे। रायबरेली के सरकारी अस्पताल के अलावा उन्होंने काशी स्थित दीनदयाल जिला अस्पताल का भी औचक निरीक्षण किया था। यहां अस्पताल की अव्यवस्था देख उनका पारा चढ़ गया था। इस पर उन्होंने चिकित्सकों को चेतावनी दी थी कि सुधर जाएं या कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

मरीजों से पूछा हाल-चाल

लोहिया अस्पताल पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने इलाज के लिए आए मरीजों का हाल-चाल जाना। जैसे ही मरीजों को पता चला कि उनसे खुद प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बात कर रहे हैं तो उन्होंने अस्पताल की तमाम खामियां गिनानी शुरू कर दीं। इस पर डिप्टी सीएम ने संबंधित अधिकारियों को व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त करने का आदेश दिया।

राजीव कुमार बने मुख्य चुनाव आयुक्त 15 मई को संभालेंगे कार्यभार

  • राष्ट्रपति ने की नियुक्ति अधिसूचना जारी, सुशील चंद्रा की लेंगे जगह

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार होंगे। राजीव कुमार 15 मई को अपना कार्यभार संभालेंगे। उनकी नियुक्ति को लेकर कानून मंत्रालय की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राजीव कुमार की नियुक्तिकी है। अधिसूचना में कहा गया है कि मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा 14 मई को अपने पद से रिटायर हो रहे हैं। उनके बाद 15 मई को राजीव कुमार अपना पदभार संभालेगे।
राजीव कुमार को एक सितंबर 2020 को चुनाव आयुक्त बनाया गया था। इसके पहले राजीव कुमार लोक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष थे। राजीव कुमार बिहार/झारखंड कैडर के 1984 बैच के आईएएस हैं और फरवरी 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे। वे आरबीआई, भारतीय स्टेट बैंक, नाबार्ड के निदेशक, सदस्य, ईआईसी, एफएसडीसी, बीबीबी, एफएसआरएएससी के साथ-साथ सिविल सेवा बोर्ड के भी सदस्य रहे हैं।

आजम के समर्थन में उतरीं मायावती, बोलीं , मुस्लिमों-दलितों पर अत्याचार कर रही भाजपा

  • वरिष्ठ विधायक के साथ की जा रही द्वेषपूर्ण कार्रवाई, न्याय का घोंटा जा रहा है गला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आजम खां की अखिलेश यादव से नाराजगी के बीच बसपा प्रमुख मायावती उनके समर्थन में आ गई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार मुस्लिमों और दलितों पर अत्याचार कर रही है। वरिष्ठï विधायक आजम खां को सवा दो साल से जेल में बंद रखना द्वेषपूर्ण कार्रवाई है। मायावती ने ट्वीट किया, यूपी और अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, जिस प्रकार से टारगेट करके गरीबों, दलितों, आदिवासियों और मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती और भय आदि का शिकार बनाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है वह अति-दु:खद है जबकि दूसरों के मामलों में इनकी कृपादृष्टि जारी है। इसी क्रम में यूपी सरकार द्वारा अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण व आतंकित कार्रवाई तथा वरिष्ठ विधायक मोहम्म्द आजम खां को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बन्द रखने का मामला काफी चर्चाओं में है, जो लोगों की नजर में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है?

सीबीआई कोर्ट में पेश हुए आजम, मांगे चार्जशीट के साथ दाखिल दस्तावेज

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य व रामपुर सदर से विधायक आजम खां की आज लखनऊ में सीबीआई कोर्ट में पेशी हुई। करीब आधा घंटा तक कोर्ट में रहे आजम खां ने उत्तर प्रदेश जल निगम भर्ती घोटाले में चार्जशीट के साथ दाखिल दस्तावेजों की मांग की। इस सुनवाई के बाद आजम खां को फिर सीतापुर जेल भेज दिया गया जबकि इस केस की अगली सुनवाई में कोर्ट फिर पूछताछ करेगी। सीतापुर के जिला कारागार में बीते 26 महीने से बंद आजम खां को कड़ी सुरक्षा के साथ सीतापुर से लखनऊ लाया गया।

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