यूपी सरकार का बड़ा तोहफा, अब सिर्फ 6 हजार में प्रापर्टी गिफ्ट डीड
- ब्लड रिलेशन में होने वाली रजिस्ट्री पर नहीं देना होगा स्टांप शुल्क
लखनऊ। योगी सरकार ने संपत्ति अपनों के नाम करने वालों को बड़ा तोहफा दिया है। अब प्रदेश में ब्लड रिलेशन में होने वाली रजिस्ट्री पर कोई भी स्टांप शुल्क नहीं देना होगा, मात्र पांच हजार के स्टाम्प पर रजिस्ट्री होगी और एक हजार प्रोसेसिंग फीस लगेगी। योगी सरकार ने कैबिनेट से इस प्रस्ताव को पास कर दिया है। योगी सरकार ने अब अपनों के नाम संपत्ति करने के लिए गिफ्ट डीड (दान विलेख) में 6 हजार रुपये के स्टाम्प पर रजिस्ट्री की सुविधा प्रदान की है। सरकार ने इस कैटेगरी के मुताबिक परिवार के अंदर माता-पिता, पति-पत्नी, पुत्र-पुत्र वधू, पुत्री-दामाद, सगा भाई-सगी बहन, पुत्र-पुत्री का बेटा-बेटी आएंगे। अभी तक परिवार के अंदर गिफ्ट डीड में भी डीएम सर्किल रेट के हिसाब से रुपए खर्च करने पड़ते थे, जिसमें अगर कोई 50 लाख की संपत्ति है तो उसके लिए कम से कम 4 लाख 20 हजार खर्च करने पड़ते थे, लेकिन अब मात्र 6 हजार में यह काम हो जाएगा, यानी योगी सरकार ने यूपी के परिवारों को बड़ा तोहफा दिया है। हालांकि यह योजना अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की गई है। शुरुआत में 6 महीने के लिए लागू किया जाएगा। बाद में इसको आगे बढ़ाया जा सकता है। फैसले से सरकार को तकरीबन 200 करोड़ का नुकसान होगा। अभी डीएम सर्किल रेट के हिसाब से स्टांप शुल्क लिया जाता है। इस सुविधा का लाभ यूपी के अलावा कर्नाटक और एमपी जैसे राज्यों में भी दिया जा रहा है।
डिंपल ने बजरंगबली के भक्तों को बांटा प्रसाद
लखनऊ। ज्येष्ठï माह के आखिरी बड़े मंगल पर राजधानी में जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया। पूजा पाठ करने के बाद हनुमान जी के नाम पर भक्तों को प्रसाद बांटा गया। शहर में अलग-अलग जगहों पर मंदिरों के सामने लोगों ने सब्जी-पूड़ी, छोला-चावल और शरबत बांटा। इस मौके पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने भी अपने घर के सामने भंडारा किया, जिसमें उन्होंने प्रसाद बांटा। कार्यक्रम में डिंपल यादव के परिजन भी शामिल हुए। डिंपल यादव ने विवेकानंद मार्ग पर स्थित अपने आवास के सामने हनुमान मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया, जिसमें सब्जी-पूड़ी और बूंदी बांटी।डिंपल यादव कन्नौज से सांसद रह चुकी हैं। इस बार उनके आजमगढ़ के लोकसभा उपचुनाव में प्रत्याशी बनने के कयास लगाए जा रहे थे, पर ऐसा नहीं हो सका।