‘अग्निपथ’ के खिलाफ भारत बंद
ट्रेनों के पहिए जाम, विपक्ष ने सरकार को घेरा
- कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोकी टे्रन, पांच सौ से अधिक ट्रेनें रद्द
- नोएडा-दिल्ली मार्ग पर लगा लंबा जाम, लोग परेशान, सुरक्षा कड़ी
- विपक्ष बोला, सरकार कर रही देश की सुरक्षा से खिलवाड़
- प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन और स्टेशनों को बनाया था निशाना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ आज भारत बंद के आह्वïान के बाद रेल और सडक़ यातायात व्यवस्था चरमरा गई। करीब पांच सौ से अधिक ट्रेनों के पहिए जाम रहे। इससे यात्री परेशान रहे। दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली और नोएडा में भारी जाम लग गया। वहीं विपक्ष ने सरकार पर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है और अग्निपथ भर्ती योजना की तुलना नोटबंदी से की। विरोध को देखते हुए कई राज्यों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
अग्निपथ योजना को लेकर चल रहे आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने 539 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसमें 181 मेल एक्सप्रेस और 348 यात्री ट्रेनें शामिल हैं। 4 मेल एक्सप्रेस और 6 पैसेंजर ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द हैं। वहीं दिल्ली में शिवाजी ब्रिज पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोककर विरोध जताया। नोएडा-दिल्ली लिंक रोड, गुरुग्राम और अक्षरधाम में भीषण जाम लग गया। बिहार के 20 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। अग्निपथ योजना का सबसे ज्यादा हिंसक विरोध बिहार में हुआ था। झारखंड के सभी स्कूल बंद रहे। दिल्ली, आंध्र प्रदेश, बंगाल, केरल यूपी, बिहार में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
युवाओं की निराशा देश के विकास के लिए घातक: अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘अग्निपथ’ की नीति सरकार ने बनायी है अत: सरकार व सत्ताधारी दल के प्रवक्ता किसी और को आगे न करें। अमीर उद्योपतियों की आय की सुरक्षा से अधिक जरूरी है देश की सुरक्षा इसीलिए जो भी बजट कम पड़ रहा है उसके लिए सरकार कॉरपोरेट पर अतिरिक्तकर लगाए परंतु देश की सुरक्षा के साथ समझौता न करे। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं में वर्तमान के प्रति निराशा-हताशा और भविष्य के प्रति आशंका-असुरक्षा का भाव, देश के विकास के लिए घातक साबित होता है। सरकारों का दायित्व देश के वर्तमान को सुधारना व भविष्य को संवारना है। भाजपा सरकार का चतुर्दिक विरोध दर्शा रहा है कि भाजपा ने जनाधार खो दिया है।
नोटबंदी-तालाबंदी की तरह अग्निपथ को थोप रही सरकार: मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि केन्द्र की अग्निपथ नई सैन्य भर्ती स्कीम देश की सुरक्षा व फौजी के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान से जुडी होने के बावजूद भाजपा नेतागण जिस प्रकार से अनाप-शनाप व अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं वह अनुचित है। जनता में भ्रम व सेना के लिए मुश्किलें पैदा करने वाली संकीर्ण राजनीति तुरन्त बंद हो। देश को अचंभित करने वाली नई ’अग्निपथ’ सैन्य भर्ती योजना, सरकार द्वारा नोटबंदी व तालाबंदी आदि की तरह ही अचानक व काफी आपाधापी में थोपी जा रही है, जिससे प्रभावित होने वाले करोड़ों युवा व उनके परिवार वालों में खासा आक्रोश है। सरकार इनके प्रति भी अहंकारी रवैये से बचे।
अग्निपथ के पीछे आरएसएस का हिडेन एजेंडा: कुमारस्वामी
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि अग्निपथ के जरिए सेना पर नियंत्रण करने के लिए यह आरएसएस का छिपा एजेंडा है। नाजी आंदोलन की शुरुआत अग्निपथ से होगी और अग्निवीरों का प्रयोग किया जाएगा।
योजना वापस ले सरकार: अजय माकन
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि हमारी मांग है कि अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए और पार्लियामेंट में डिस्कस किया जाए और युवाओं को विश्वास में लिया जाए और बात की जाए।
अग्निवीरों की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी
अग्निपथ योजना के विरोध में देश भर में चल रहे प्रदर्शन के बीच भारतीय सेना ने अग्निपथ योजना के तहत पहली भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। नोटिफिकेशन में योग्यता शर्तें, भर्ती प्रक्रिया, वेतन-भत्तों से लेकर सर्विस रूल्स तक का ब्योरा है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जुलाई से शुरू होगा। अग्निवीरों की पहली भर्ती के लिए जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक जुलाई में रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा। 83 भर्ती रैलियों के जरिए करीब 40 हजार भर्तियां की जाएंगी। नोटिफिकेशन के मुताबिक, 8वीं और 10वीं पास युवा भी इसमें अप्लाई कर सकते हैं। इनको किसी तरह की पेंशन या ग्रेजुएटी नहीं मिलेगी। इसके अलावा सैनिकों को मिलने वाली कैंटीन की सुविधा भी अग्निवीरों को नहीं मिलेगी। साथ ही अग्निवीरों को कोई महंगाई भत्ता या मिलिट्री सर्विस पे नहीं मिलेगा।
बिहार में भाजपा कार्यालयों की बढ़ाई सुरक्षा
अग्निपथ योजना को लेकर राज्य में चल रहे हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए बिहार के भाजपा कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। राज्य के करीब एक दर्जन जिलों के भाजपा कार्यालयों में एसएसबी की तैनाती की गई है।
राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ, सत्याग्रह पर कांग्रेसी
- नेशनल हेराल्ड मामले में जांच एजेंसी के सामने चौथी बार पेश हुए कांग्रेस सांसद
- प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम हाउस अरेस्ट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लान्ड्रिंग मामले में चौथे दौर की पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। राहुल से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर सत्याग्रह किया। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी देश भर में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रही है। राहुल गांधी से ईडी ने 13 से 15 जून तक भारी विरोध के बीच पूछताछ की थी।
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछताछ जारी है। कांग्रेस नेता आर्चाय प्रमोद कृष्णम को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है। वह कांग्रेस के प्रदर्शन में भाग लेने के लिए जंतर-मंतर जा रहे थे। जंतर-मंतर पर कांग्रेस ने सत्याग्रह किया। इसमें मल्लिकार्जुन खडग़े, सलमान खुर्शीद, के सुरेश आदि शामिल रहे।
राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे कांग्रेस नेता
ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर सकता है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े, अधीर रंजन चौधरी, पी चिंदबरम, केसी वेणुगोपाल समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
भाजपा ने साधा निशाना
राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ का विरोध कर रही कांग्रेस पर भाजपा नेता संबित पात्रा ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि देश में कोई महारानी विक्टोरिया या राजकुमार नहीं है कि उनकी जांच नहीं होगी। कानून सभी के लिए समान है। भ्रष्टाचार के लिए सभी की जांच की जा रही है। जनता नेशनल हेराल्ड घोटाले में एक परिवार की संलिप्तता और देश के धन के दुरुपयोग के बारे में जानती है।