सिर्फ एक समुदाय को टार्गेट कर रही भाजपा : आजम खां
लखनऊ। रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। इस सीट से इस्तीफा देने वाले सपा सांसद आजम खान लगातार पार्टी प्रत्याशी आसिम रजा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं। ईदगाह गेट पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए आजम ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि खैरात ओर भीख के नंबर बढ़ाकर उसे डिप्टी चीफ मिनिस्टर बनाया गया है। वो अपने ही भगवान की तौहीन करके गया है। उसने कहा है कि अब्दुल्ला राज नहीं रहेगा, राम राज रहेगा। अब्दुल्ला को तो जिल्लत मिलेगी, लेकिन कंस के घर ही कृष्ण पैदा होगा। आएगा वो दिन। ये राम की तौहीन है। राम का अब्दुल्ला से मुकाबला करने की। आजम खान ने कहा कि उनकी तो आदत है हमें और हमारे बिरादरी को परेशान करने की या यूं कहे कि सिर्फ एक समुदाय को टार्गेट कर रही है भाजपा। आजम खान ने कहा कि सैकड़ों बरस हुकूमत करने वाले मुगल एक भी ऐसा काम नहीं कर सके जो उनकी याद का होता। आगरे का किला बनाया, उससे हमारा कोई लेना देना नहीं है। ताज महल बनाया, हमारे किसी काम का नहीं है। कुछ यूनिवर्सिटीज बनाई होती तो मुल्क की तरक्की भी होती और हम भी दुनिया मे जालिम ओ खुवार नहीं होते। कुतुबमीनार खुदकुशी के काम आती है वो हमारे लिए हराम है। ताजमहल के बजाय अगर उस पैसे से यूनिवर्सिटी बनाई जाती तो 100 यूनिवर्सिटी बन जाती। आजम खान ने कहा कि मौलाना आजाद हिंदुस्तान पाकिस्तान के बंटवारे के हक में नहीं थे। वो चाहते थे कि वक्त एक रहे। बंटवारे के वक्त बहुत सारे लोग पाकिस्तान चले गए पर कुछ यहां रह गए। वही लोग असली हिंदुस्तानी हैं। बंटवारे का जख्म इनके दिलों में आज भी नासूर बना हुआ है। हमसे आज घृणा किया जा रहा है। हमारे लोगों के नकाब पलटे जा रहे हैं। हम किससे मोहब्बत करेंगे और शादी करेंगे, इस पर पाबंदी लगाई जाती है। हम क्या खाएंगे और क्या नहीं खाएंगे, इस पर मुकदमा कायम हो जाता है।
जल निगम में मनपसंद काम नहीं ले सकेंगे ठेकेदार
लखनऊ। जल निगम में ठेकेदार अब सिर्फ मनपसंद काम नहीं ले सकेंगे। लगातार तीन टेंडर में भाग न लेने वाले वे ब्लैकलिस्ट किए जाएंगे। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बताया कि सरकार ने यह फैसला तमाम ठेकेदारों के लगातार कई टेंडरों में भाग नहीं लेने की वजह से निगम की परियोजनाओं को समय से पूरा करने में आ रही दिक्कतों को देखते हुए किया है। बार-बार टेंडर आमंत्रित करने के बाद भी इसकी प्रक्रिया में शामिल नहीं होने वाले ठेेकेदारों की सूची तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। जल निगम में सैकड़ों की संख्या में ठेकेदार पंजीकृत हैं। मगर वे टेंडर की प्रक्रिया में तब तक शामिल नहीं होते हैं, जब तक उनकी मनपंसद काम का टेंडर नहीं निकलता है। ऐसे में कई बार एक ही काम के लिए कई बार टेंडर निकालना पड़ता है। इसके बावजूद ठेकेदार टेंडर में शामिल नहीं होते हैं। नतीजतन टेंडर प्रक्रिया में इतना वक्त निकल जाता है कि परियोजना को समय से पूरा करना मुश्किल होता है। ऐसे में जहां परियोजना की लागत बढ़ जाती है, वहीं टेंडर में कड़ी प्रतिस्पर्धा नहीं होने से निर्धारित शिड्यूल दर से अधिक दर पर टेंडर को मंजूरी देनी पड़ती है।
पिछले दिनों शासन स्तर पर हुई समीक्षा बैठक में यह मुद्दा उठा था। इस पर उच्चाधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए जल निगम के प्रबंध निदेशक को ठेकेदारों की इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने का निर्देश दिया था। इसी कड़ी में जल निगम प्रबंधन ने अब लगातार तीन टेंडर में भाग न लेने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने का फैसला किया है। मुख्य सचिव के निर्देश के बाद से जल निगम में प्रदेश भर के ऐसे ठेकेदारों की सूची तैयार हो रही है, जो लगातार कई बार टेंडर की प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए है। विभागीय सूत्र ने बताया कि शासन के निर्देश के मुताबिक सूची फाइनल होने वाली है। इसके बाद ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। कहा जा रहा है कि जल निगम में नियमित टेंडर डालने वाले ठेकेदारों का ही काम मिलेगा। इसके मद्ïदेनजर टेंडर में भाग लेने वाले और भाग न लेने वाले दोनों तरह के ठेकेदारों की अलग-अलग सूची तैयार की जा रही है।