उन्नाव में दलित लड़की की हत्या के मामले पर अखिलेश का बयान, बोले- आरोप जिस सपा नेता के बेटे पर लग रहा, वे पार्टी में नहीं

Akhilesh's statement on the murder of Dalit girl in Unnao, said - The SP leader whose son is being accused is not in the party

4पीएम न्यूज नेटवर्क

लखनऊ। यूपी में विधानसभा चुनाव के बीच दलित लड़की की हत्या के मामले में राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। लड़की की मां का आरोप है कि बेटी की हत्या सपा सरकार में मंत्री रहे स्व. फतेह बहादुर सिंह के बेटे ने की है। वहीं, इस मामले में अखिलेश यादव ने सफाई दी है। अखिलेश यादव का कहना है कि जिस सपा के पूर्व मंत्री का जिक्र किया जा रहा है, उनकी मौत चार साल पहले हो चुकी है। अखिलेश ने कहा, सपा के मंत्री के जिस बेटे पर आरोप लग रहा है, वे पार्टी में नहीं हैं।

अखिलेश यादव ने इस मामले में बीजेपी सरकार को घेराते हुए कहा कि मेरी जानकारी में मामला आया है। जिस पर आरोप है, उसका सपा से कोई नाता नहीं है। इस मामले में पुलिस प्रशासन कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। सपा के जिन मंत्री पर आरोप लग रहे हैं, वे चार साल पहले मर चुके हैं। जबकि उनके बेटे पर आरोप लगे हैं उनका हमारी पार्टी से कोई नाता नहीं है। इस मामले में बीजेपी सरकार ने इतनी देर में कार्रवाई क्यों की। यह दिखाता है कि योगी राज में लॉ एंड ऑर्डर कैसा है?

क्या है पूरा मामला

दरअसल उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी पूजा पिछले दिसंबर माह से गायब थी। पीड़िता की मां ने 8 दिसंबर को कोतवाली में तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। मां ने सपा के पूर्व राज्यमंत्री ओर सहकारी विभाग के चेयरमैन रहे स्व. फतेहबहादुर के बेटे राजोल सिंह पर गायब करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। परेशान मां अफसरों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने नहीं सुनी। 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के गाड़ी के आगे मां कूद गई थी।

मामला गरमाया तो पुलिस ने 25 जनवरी को राजोल सिंह को जेल भेज दिया, जिसके बाद युवती का पता नहीं चल सका। बीते 4 फरवरी को पुलिस ने राजोल सिंह को पीसीआर रिमांड पर लेकर पूछताछ की लेकिन सफलता नहीं हासिल हुई। गुरुवार को युवती का शव गड़ा हुआ मिला।

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