Chandrashekhar Azad ने भरी हुंकार, कहा- मांगने से भीख मिलती है, अधिकार छीनने पड़ते हैं 

मिशन 2027 पर जुट गए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद... बहुजन समाज 2012 से सत्ता से बाहर... 2027 के विधानसभा चुनाव में ज्यादा दिन नहीं...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः आजाद समाज पार्टी का रविवार को अस्तित्व बचाओ…… भाई चारा बनाओ प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन आगरा के सूर सदन सभागार में हुआ……. जिसमें नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने शिरकत की…… बता दें कि आजाद समाज पार्टी का यह सम्मेलन आगरा के सूर सदन सभागार में आयोजित किया गया……. जहां हजारों कार्यकर्ता और समर्थक जुटे…… मंच पर नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की उपस्थिति ने न केवल भीम आर्मी….. और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरा……. बल्कि सामाजिक और राजनीतिक बदलाव की एक नई लहर की शुरुआत की…… बता दें कि चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक…… और अन्य कमजोर वर्गों को एकजुट होने का आह्वान किया….. और बीजेपी की नीतियों को सामाजिक समरसता….. और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताया…..

चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में दो दिन पहले हुई एक घटना का जिक्र किया…….. जिसमें कथित तौर पर पुलिस ने आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी की….. और उन्होंने मंच से पुलिस प्रशासन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि जिन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों…… और साथियों के साथ बदसलूकी की है……. मैं उस सम्मानित पुलिस अधिकारी से कहना चाहता हूं कि जिस जातीय घमंड में यह काम किया गया है…… हम उसका हिसाब लेंगे…… और उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सिर्फ एक घटना नहीं……. बल्कि सत्ताधारी बीजेपी सरकार की उस मानसिकता का प्रतीक है……. जो दलितों और कमजोर वर्गों को दबाने का प्रयास करती है…..

वहीं जब सरकार बदलेगी, तब हम हिसाब लेंगे…… यह सिर्फ शुरुआत है….. आपको बता दें कि चंद्रशेखर का यह बयान बीजेपी सरकार के लिए एक खुली चुनौती के रूप में देखा जा रहा है……. जो उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शासन कर रही है…… और उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी की पुलिस व्यवस्था सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को कुचलने का काम कर रही है…….. और यह दलितों, पिछड़ों, और अल्पसंख्यकों के खिलाफ एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है……

आपको बता दें कि चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में बीजेपी की नीतियों को सामाजिक……. और आर्थिक असमानता को बढ़ावा देने वाला करार दिया…… और उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे उन पारंपरिक कार्यों को छोड़ दें……. जो समाज में जातिगत भेदभाव को बढ़ावा देते हैं……. शेड्यूल कास्ट और बैकवर्ड जो सफाई का काम करते हैं…… वह इस काम को छोड़ दें…… यह काम उनको दे दो……. जो इस देश में बहुत शुद्ध बनते हैं……. आप लोग डॉक्टर बनो, इंजीनियर बनो, वकील बनो, आईएएस, आईपीएस, सांसद-विधायक बनकर देश की नीतियां बनाने का काम करो…….

बता दें कि यह बयान बीजेपी की उस विचारधारा पर सीधा हमला था…….. जिसे चंद्रशेखर ने जातिवादी और सवर्णवादी करार दिया…… और उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने अपने शासनकाल में न केवल दलितों…… और पिछड़ों के अधिकारों को कुचला है……. बल्कि आरक्षण, सामाजिक न्याय…….. और समानता के सिद्धांतों को भी कमजोर करने का प्रयास किया है……  और उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह संवैधानिक मूल्यों को ताक पर रखकर एक खास वर्ग को बढ़ावा दे रही है…….. जिसके कारण समाज में असमानता और बढ़ रही है……

चंद्रशेखर ने आगरा के साथ अपने गहरे नाते का जिक्र करते हुए कहा कि आगरा से मेरा बहुत गहरा नाता है……. क्योंकि यही वो धरती है……. जहां बाबा साहब अंबेडकर के आंसू गिरे हैं….. उनका हम पर कर्ज है……. हम उनकी असली औलादें हैं…… तो हम उनका कर्ज उतारना जानते हैं…… उन्होंने बाबा साहब के विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया…… और कहा कि आजाद समाज पार्टी उनकी विरासत को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है……

वहीं उन्होंने बीजेपी पर यह भी आरोप लगाया कि वह बाबा साहब के संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है…… बीजेपी सरकार संविधान को बदलने की बात करती है……. लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे……. बाबा साहब ने हमें जो अधिकार दिए…… और उन्हें कोई छीन नहीं सकता……. यह बीजेपी के लिए एक बड़ा राजनीतिक हमला माना जा रहा है…….. खासकर तब जब दलित और पिछड़े वर्गों में संविधान को लेकर संवेदनशीलता बढ़ रही है……

चंद्रशेखर ने बहुजन समाज पार्टी और उसकी नेता मायावती के सवाल पर भी अपनी बात रखी…… और उन्होंने कहा कि बसपा को चिंता करने की जरूरत नहीं है……. हम उनके ही रुके हुए काम को आगे बढ़ा रहे हैं……. बहनजी हमारी बड़ी नेता हैं…… हम उनका सम्मान करते हैं…… लेकिन समाज को मरने के लिए नहीं छोड़ा जाता……. वहीं यह बात बसपा के साथ आजाद समाज पार्टी के रिश्तों को लेकर चर्चा का विषय बन गया है।

चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि आजाद समाज पार्टी सभी वर्गों एससी, एसटी, ओबीसी, मुस्लिम, सिख, और जैन समुदायों को साथ लेकर चल रही है…… और उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह समाज को बांटने की राजनीति कर रही है……. जबकि आजाद समाज पार्टी भाईचारे…… और एकता की बात करती है…… और उन्होंने कहा कि हमारा मिशन है समाज को जोड़ना……. न कि तोड़ना…… बीजेपी की नीतियां समाज को बांटने और कमजोर वर्गों को दबाने की हैं……

वहीं चंद्रशेखर ने बीजेपी सरकार पर गरीबों और कमजोर वर्गों के प्रति उदासीनता का आरोप लगाया…… और उन्होंने कहा कि मोदी और योगी सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है……. दलित, पिछड़े, और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई है…..  उन्होंने बीजेपी पर यह भी आरोप लगाया कि वह कॉरपोरेट्स…… और पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है……. जबकि गरीब और कमजोर वर्ग भुखमरी और बेरोजगारी से जूझ रहे हैं…..

और उन्होंने हाल के वर्षों में दलितों और अल्पसंख्यकों पर बढ़े अत्याचारों का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने इन मामलों में कोई सख्त कार्रवाई नहीं की…… और उन्होंने अयोध्या में दलित युवती की हत्या का उदाहरण देते हुए कहा कि जब एक दलित युवती की हत्या होती है……. तब सरकार चुप क्यों रहती है……. यह बीजेपी की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है……

आपको बता दें कि चंद्रशेखर ने कार्यकर्ताओं को भविष्य की रणनीति के बारे में भी बताया…… और उन्होंने कहा कि अगर मैं अपने समाज को एक कॉल दूं कि कल सड़कों पर आना है…… तो सरकारें घुटनों पर आ जाएंगी।……. मैंने अभी तक इस ताकत को रोका है……. लेकिन समय आने पर इसका उपयोग किया जाएगा…… वहीं चंद्रशेखऱ का यह बयान बीजेपी के लिए एक खुली चुनौती के रूप में देखा जा रहा है…… जो यह दर्शाता है कि आजाद समाज पार्टी भविष्य में और आक्रामक रुख अपना सकती है…..

बता दें कि आजाद समाज पार्टी का यह सम्मेलन न केवल एक सामाजिक…… और राजनीतिक आयोजन था……. बल्कि बीजेपी के लिए एक बड़ा खतरा भी साबित हो सकता है…… चंद्रशेखर आजाद की बेबाकी…… उनके कार्यकर्ताओं का जोश…… और उनकी एकता की अपील ने उत्तर प्रदेश में दलित….. और पिछड़े वर्गों के बीच एक नई राजनीतिक चेतना को जन्म दिया है…… बीजेपी पहले ही बसपा और सपा जैसे दलों से चुनौती का सामना कर रही है…… वहीं अब आजाद समाज पार्टी के रूप में एक नई और मजबूत चुनौती का सामना कर सकती है……

वहीं चंद्रशेखर आजाद का यह संदेश स्पष्ट है कि वे न केवल सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं…… बल्कि बीजेपी की नीतियों को उजागर कर एक वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति के रूप में उभर रहे हैं…… आगरा का यह सम्मेलन उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है…….. जहां दलित, पिछड़े, और अल्पसंख्यक वर्गों की एकजुटता बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है….

वहीं मीडिया से रूबरू होने पर सांसद चंद्रशेखर ने फर्श पर बाबा साहब……. और भगवान बुद्ध के चित्र लगाने की साजिश के सवाल पर कहा कि भीम आर्मी के कार्यकर्ता ने साजिश रची…… ये सरासर झूठ है……. सरकार जब पुलिस पर दबाव डालती है तो इस तरह के काम होते हैं….. यदि पुलिस के पास कोई सबूत है तो वह सार्वजनिक करे…… कोई षड्यंत्र नहीं चलेगा….. बाबा साहब का अपमान करने वालों पर कार्रवाई करने पड़ेगी……. जिन पुलिसकर्मियों ने गरीब कमजोरों पर लातें चलाने का…… थप्पड़ चलाने का काम किया…… उन पर कार्रवाई करनी पड़ेगी….. इसको लेकर बहुत जल्द ही लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा……. हम सरकार को बताएंगे कि आत्मसम्मान की लड़ाई कैसे लड़ी जाती है……

आपको बता दें कि सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि बहुजन समाज 2012 से सत्ता से बाहर है……. अब 2027 के विधानसभा चुनाव में ज्यादा दिन नहीं रहे हैं…… कार्यकर्ताओं को अभी से जुट जाना है…… यह सरकार सोची समझी साजिश के तहत निजीकरण कर रही है….. जिससे आरक्षण की व्यवस्था ही खत्म की जाए…… आज भाजपा सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं….. एक बार मौका मिलने दो…… तब देखना कि कोई महिलाओं की तरफ आंख भी उठाकर कर देख ले……. अगर हमारी सत्ता आई तो हम समान शिक्षा….. और चिकित्सा की व्यवस्था लागू करेंगे…… हम संविदा कर्मचारियों को पक्का करने का काम करेंगे…..

 

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