चार इंजन वाली सरकार दिल्ली में उगल रही धुआं
मनीष सिसोदिया ने जारी किये वायु प्रदूषण के आंकड़े

- पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा- बेवकूफ बना रही है भाजपा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है और हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार पहुंच गया है। इसी को लेकर आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला बोला है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, बीजेपी की चार इंजन वाली सरकार के चारों इंजन दिल्ली में धुआं छोड़ रहे हैं। यहां एक्यूआई 500 है मतलब जहर न धूप दिखती है न सांस ली जाती है। आंखों में जलन और गले में खराश हो रही है।
सिसोदिया ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि न तो केंद्र सरकार और न ही दिल्ली के उपराज्यपाल के पास कोई योजना है, न जवाबदेही और न ही कोई इमरजेंसी प्लान। उन्होंने कहा कि केवल भाषण और जुमले दिए जा रहे हैं जबकि दिल्ली वालों को अब भाषण नहीं सांस चाहिए। जुमले नहीं जिंदगी चाहिए। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भी सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा दिल्ली का एक्यूआई मई महीने में पहले कभी इतना नहीं बढ़ा। सीपीसीबी (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) के आंकड़ों के अनुसार, 2022 से 2024 तक 15 मई को एक्यूआई कभी भी 243 से ऊपर नहीं गया। लेकिन आज एक्यूआई 500 पार है। क्या बीजेपी इस गंभीर स्थिति की जिम्मेदारी लेगी? दिल्ली के पर्यावरण मंत्री कहां हैं?
हेल्थ के लिए है खतरनाक
आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण का यह स्तर न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि यह प्रशासनिक विफलता की ओर भी इशारा करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, एक्यूआई 500 का मतलब है कि हवा में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक है और यह खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी रोगों से पीडि़त लोगों के लिए जानलेवा हो सकता है। आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से आपातकालीन योजना लागू की जाए और प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए केंद्र सरकार और उपराज्यपाल कार्यालय ठोस कार्रवाई करें।
सलमान, शाहरूख और आमिर खान को शिवसेना की धमकी
- सेना के सम्मान में कोई भी सोशल मीडिया पोस्ट न डालने पर घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। शिवसेना नेता राजू वाघमारे ने गुरुवार को सलमान खान, शाहरुख खान और आमिर खान की मंशा को लेकर बड़ा सवाल किया। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड के यह तीन खान सिर्फ अपनी फिल्मों में ही देशभक्ति दिखाते हैं। लेकिन, सेना के सम्मान में इनकी ओर से एक पोस्ट तक नहीं आता है। दूसरी ओर भारत से सीजफायर की भीख मांगने वाला पाकिस्तान जहां उसका पूर्व क्रिकेटर हार के जश्न में रैली निकाल रहा है। लेकिन, हमारे यहां तीन खान चुप बैठे हैं।
शिवसेना नेता ने कहा कि यह बिलकुल सच है कि हारने के बाद भी शाहिद अफरीदी जैसे लोग अपनी हार को जश्न में बदलने और समर्थन जुटाने के लिए रैलियां और जुलूस निकाल रहे हैं। लेकिन बुरी बात यह है कि यहां बॉलीवुड के सितारे अभी भी घर बैठे हैं और सिर्फ अपनी फिल्मों में देशभक्ति दिखा रहे हैं। तीनों खान शाहरुख, सलमान या आमिर में से किसी ने भी कोई पोस्ट नहीं किया है और न ही सेना के बारे में कुछ कहा है। चूंकि वे इतने बड़े सेलिब्रिटी हैं, इसलिए वे जो भी कहते हैं, उसका बहुत महत्व है। लेकिन देश के लिए ऐसी मुश्किल परिस्थिति में अगर ये तीनों खान चुप रहते हैं और देश और हमारी सेना के लिए समर्थन नहीं जताते हैं, तो उनका क्या फायदा। उन्होंने कहा कि सेना के सम्मान में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बाकी फिल्मी सितारों ने पोस्ट डाली। अमिताभ बच्चन, अजय देवगन, अक्षय कुमार सहित अन्य सितारों ने ट्वीट किया। लेकिन, इन तीनों खानों की ओर से कुछ नहीं आया। इन्हें बताना पड़ेगा कि पाकिस्तान के प्रति प्रेम है या फिर भारत के प्रति प्यार कम हो गया है। इन्हें जवाब देना होगा। इन सितारों का ऐसा रवैया रहा तो जाहिर सी बात है कि शिवसेना बर्दाश्त नहीं करेगी। शिवसेना स्टाइल में जवाब दिया जाएगा।
शिवसेना करती है निंदा
उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा ही करते रहे, तो शिवसेना इसकी पूरी तरह से निंदा करती है और शिवसेना इन तीनों खानों को अपने स्टाइल में जवाब देगी। जब इनकी मूवी आएगी तक जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश में रहकर अगर देश प्रेम नहीं है तो सबक तो सिखाना ही पड़ेगा। जब वक्त आता है तो यह स्टार दो कदम पीछे जाकर घर पर बैठते हैं।
पार्टी के लिए राजनीतिक बोझ बन गये विजय शाह!
- फंस गये मंत्री जी, न कोर्ट बख्शने के मूड में न जनता
- सुप्रीम कोर्ट ने राहत देने से किया इंकार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री विजय शाह की मुसीबतें आने वाले दिनों में बडऩी तय है। उनके विवादित बयान पर देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने भी राहत देने से इनकार कर दिया है। अदालत ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि सोच समझकर बोलना चाहिए। अदालत की यह टिप्पणी ना सिर्फ कानूनी दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि राजनीतिक, नैतिक और सामाजिक तौर पर भी इसका व्यापक संदेश है। अब जबकि सुप्रीम कोर्ट ने एफआईआर पर रोक लगाने से मना कर दिया है तो यह मान लेना ही उचित होगा कि मंत्री जी को अब तो जेल की चक्की पीसनी ही पड़ेगी। एक बयान पूरे राजनीतिक कैरियर को चौपट कर सकता है।
पूरे देश की जनता उनके बयान से नाराज है और उनपर कार्रवाई की मांग कर रही है। अपने मंत्री पद और जेल जाने से बचने के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई तो वहां से भी उन्हें फटकार मिली है। विजय शाह को उम्मीद थी कि सुप्रीम कोर्ट उन्हें राहत देगा और एफआईआर पर रोक लगा देगा लेकिन कोर्ट ने साफ शब्दों में कह दिया कि ऐसे बयान सार्वजनिक जीवन में नहीं दिए जा सकते। सोच समझकर बोलिए। यह कोई साधारण गलती नहीं है। कोर्ट की यह टिप्पणी देश के नेताओं को एक कड़ा संदेश देती है कि लोकतंत्र में भाषण की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं कि आप सेना, न्यायपालिका या किसी संवैधानिक संस्था को अपमानित करने का लाइसेंस ले लें। विजय शाह के लिए अब हर रास्ता बंद होता जा रहा है। वहीं पार्टी नेतृत्व ने भी चुप्पी साधे ली है। जो इस बात का संकेत है कि उन्हें अब राजनीतिक बोझ के रूप में देखा जा रहा है।
फैल गया आक्रोश
विजय शाह ने हाल ही में एक सार्वजनिक सभा में भारतीय सेना को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। विजय शाह की शब्दावली और लहजा ऐसा था कि आम जनता, पूर्व सैनिक, और राष्ट्रभक्त वर्ग का खून खौल गया। उनकी बातों को देशद्रोह, सेना का अपमान और राष्ट्र की गरिमा के खिलाफ बताया गया। सोशल मीडिया पर हैशटैग चलने लगे, टीवी डिबेट्स में बहसें तेज हो गईं, और अंतत: विजय शाह के खिलाफ कई राज्यों में एफआईआर दर्ज हो गईं। 4 पीएम न्यूज नेटवर्क ने इस संवदेनशील मुददे को प्रमुखता से उठाया।
प्रधानमंत्री मोदी स्वत: संज्ञान लें : अभय दुबे
कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा है कि यह भाजपा के चरित्र और मानसिकता को उजागर करता है। बेहतर होता यदि प्रधानमंत्री इस पर स्वयं संज्ञान लेते और मंत्री को तत्काल बर्खास्त करते। हाईकोर्ट के हस्तक्षेप से न्यायपालिका में आम लोगों का विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है। अब भाजपा को चाहिए कि वह मंत्री पर कड़ी कार्रवाई करे, जिससे देशभर में सकारात्मक और न्यायप्रिय संदेश जाए।
त्राल मुठभेड़ में तीन आतंकी ढेर
- सुरक्षाबलों ने सूचना पर पुलवामा जिले में चलाया था सर्च ऑपरेशन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही घाटी में सेना अलर्ट मोड पर है और हर हलचल पर निगाह रखी जा रही है। इसी बीच कश्मीर जोन पुलिस ने कहा कि गुरुवार सुबह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर हो गए हैं। सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थित त्राल के नादिर गांव में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया।
देर रात घेराबंदी और तलाशी के बाद अब दक्षिण कश्मीर के त्राल के नादिर गांव में आतंकियों और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई थी। सुरक्षाबलों को आतंकियों के छुपे होने की सूचना मिली थी। भारतीय सेना की चिनार कोर ने पोस्ट कर कहा, 15 मई को, अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी से विशिष्ट खुफिया इनपुट के आधार पर, भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और श्रीनगर सेक्टर सीआरपीएफ ने नादेर, त्राल, अवंतीपोरा में एक सर्च अभियान शुरू किया।
पूरे देश में जय हिंद रैली निकालेगी कांग्रेस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह सशस्त्र बलों के सम्मान में 20 से 30 मई तक देश के 15 स्थानों पर ‘जयहिंद सभा’ का आयोजन करेगी। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में इन सभाओं के आयोजन का फैसला लिया गया। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक्स पर पोस्ट किया है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हमारे सशस्त्र बलों की सर्वोच्च वीरता और सफलता को सलाम करने के लिए पूरे भारत में जय हिंद सभा आयोजित करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा चूक, राष्ट्रीय सुरक्षा से निपटने के सरकार के तरीके और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में अमेरिका की संलिप्तता पर सरकार की चुप्पी पर भी गंभीर सवाल उठाए जाने चाहिए।
लोकायुक्त ने कर्नाटक में 30 स्थानों पर मारे छापे
- आय से अधिक संपत्ति के मामलेमें सरकारी कर्मचारी हैं निशाने पर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरू। लोकायुक्त ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु सहित राज्य के 30 से अधिक स्थानों पर छापा मारा है। निशाने पर राज्य सरकार में कार्यरत 7 सरकारी अफसर हैं। लोकायुक्त के द्वारा राज्य के अधिकारियों के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के बारे में मिली सूचना के बाद छापेमारी की जा रही है। बेंगलुरु में 12 स्थानों, तुमकुरु में 7, यादगीर में 5, मंगलुरु में 4 और विजयपुरा जिले में 4 स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं।
इन स्थानों में तुमकुरु में निर्मिति केंद्र के परियोजना निदेशक, मंगलुरु में एक सर्वेक्षण पर्यवेक्षक और डॉ. बी.आर. अंबेडकर विकास निगम से जुड़ी एक वरिष्ठ महिला अधिकारी के आवास और कार्यालय शामिल हैं। बेंगलुरु शहर और ग्रामीण नियोजन निदेशालय से जुड़े अतिरिक्त निदेशक, लीगल मेट्रोलॉजी से जुड़े एक निरीक्षक, होसाकोटे तालुक कार्यालय में एक द्वितीय श्रेणी सहायक और यादगीर तालुक कार्यालय में एक कर्मचारी के आवास पर भी छापे मारे जा रहे हैं। कलबुर्गी शहर के अक्कमहादेवी लेआउट इलाके में यादगीर जिले के तहसीलदार के आवास और संपत्तियों की तलाशी ली जा रही है। अधिकारियों के रिश्तेदारों के परिसरों पर भी छापेमारी की जा रही है। इस संबंध में लोकायुक्त की ओर से आधिकारिक बयान फिलहाल नहीं आया है।
इससे पहले भी हो चुकी है छापेमारी
इसके पहले 8 जनवरी को लोकायुक्त अधिकारियों ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में कर्नाटक के सात सरकारी अधिकारियों के खिलाफ एक साथ छापेमारी की थी। बेंगलुरु, चिक्कमगलुरु, बीदर, बेलगावी, गडग, बल्लारी, रायचूर, बागलकोट और तुमकुरु 9 जिलों में छापेमारी की गई थी। 31 जनवरी को लोकायुक्त के अधिकारियों ने राज्य के चार जिलों के सात स्थानों पर छापेमारी की थी। बेंगलुरु, बेलगावी, रायचूर और बागलकोट जिलों में एक साथ छापेमारी की गई थी। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सरकारी अधिकारियों के आवासों और संपत्तियों पर छापेमारी की गई थी। इन अधिकारियों में एक प्रभारी उप-पंजीयक भी शामिल था।