पहचानना मुश्किल सड़क है या गड्ढा
- विधानसभा कादीपुर की सडक़ें गायब
- सरकारी कागजों पर बन रहीं गड्ढामुक्त सडक़ें
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सुल्तानपुर। योगी सरकार गड्ढा मुक्त सडक़े और सुगम यातायात का दावा करती है, पर सुल्तानपुर की कादीपुर विधासभा के हालात इसके ठीक उलट हैं, पूरी विधानसभा में सडक़े खस्ताहाल हैं, यूं कहे कही कहीं तो गड्ढो पे सडक़ तलाशनी पड़ सकती हैं। बारिश का समय है कुछ सडक़े तो ऐसी हैं बारिश के बाद समझ ही नहीं आता कि गाड़ी कैसे निकाली जाय तो वहीं बाइक सवार गिरते हुए भी नजर आते हैं।
रियलिटी चेक किया गया कुछ सडक़ो पे तो नजारा बहुत ही बुरा दिखा बात करें तो कादीपुर से दोस्तपुर को जोडऩे वाले मुख्य मार्ग की पूरा रास्ता टूटा हुआ है, बड़े बड़े गड्ढे हैं, बीच में सरैया बाजार है जहां पर लगभग 300 मीटर लम्बी पूरी बाजार में तालाब जैसा जल भराव दिखा। दूसरी सडक़ दोस्तपुर से सूरापुर को जोडऩे वाली सडक़ पूरी तरह से टूटी हुई है। वहीं दोस्तपुर को नेमपुर घाट से जोडऩे वाले मार्ग पर कादीपुर विधानसभा के विधायक का भी आवास है, यहां का तो इतना बुरा हाल है, कि सडक़ बची ही नहीं है, कुछ है तो सिर्फ और सिर्फ गड्ढे। वहीं कादीपुर को चांदा से जोडऩे वाला मार्ग तो बदहाली में पड़ा हुआ है। बताते चले कुछ माह पूर्व ये सडक़ सरकारी कागजों पे बन कर तैयार हो चुकी है, पता ही नहीं चला कि बिना सडक़ बनाये पूरे धन की बंदरबांट कैसे हो गयी। कुल मिलाकर पूरी कादीपुर विधानसभा में शायद ही कोई सडक़ हो जो योगी सरकार के गड्ढा मुक्त के दावे को संतुष्ट कर सके।
विधायक के लिखे पत्र भी रहे बेनतीजा
दूसरी तरफ क्षेत्रीय विधायक राजेश गौतम के द्वारा कई बार पत्र के माध्यम से सरकार को सूचित भी किया गया कि उनके विधानसभा में सडक़े बदहाल है, फिर भी इसका परिणाम आज तक शून्य ही नजर आया।