अयोध्या से आए किसानों ने खोली योगी सरकार की पोल
सपा कार्यालय में पूर्व सीएम से मिले
अखिलेश यादव बोले- अयोध्या में गरीबों की जमीन छीनने वालों को भगवान श्रीराम नहीं बख्शेंगे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। अयोध्या से आए किसानों ने प्रशासन द्वारा उनकी जमीनों का मुआवजा नहीं दिये जाने का अरोप लगाया है। इन किसानों ने कहा कि वहां प्राधिकरण किसानों से जमीन ले रहा है। उचित मुआवजा नहीं दे रहा है। ये किसान आज सपा के पार्टी मुख्यालय में आए थे। वह जब अपना दर्द बयां कर रहे थे तब सपा प्रमुख व पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी उपस्थित रहे।
पवन पांडे ने बताया कि किसान की जमीन को बगैर मुआवजा दिए लेने की बात कही जा रही है। किसान परेशान हैं। सरकार की जमीन लेकर पूंजीपतियों को दी जा रही है। पहले भी भूखंड लिया गया और गरीब किसानों से सस्ते में लेकर होटल के लिए महंगी कीमत पर दिया जा रहा है। किसान अयोध्या में विकास के खिलाफ नहीं है लेकिन कौडय़िों के भाव जमीन लेने के खिलाफ हैं। पहले ही हजारों बीघा ली गई जमीन खाली है। सौ फीसदी किसान लिखित में कह रहे कि हमें जमीन नहीं बेचनी जिस भाव में उद्योगपतियों को जमीन बेची जा रही है, उसी भाव में किसान से लें तो बेच देंगे। सौ से दो सौ साल से खेती कर रहे किसानों की जमीन नजूल की बताकर फ्री में ली जा रही है। उनके पास खतौनी भी है। ये बातें अयोध्या से आए किसानों ने सपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कही। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहे। अयोध्या के राजीव तिवारी ने बताया कि मैं राम की धरती से आया पीड़ित हूं। आवास विकास ने आवासीय काम के लिए जमीन ली और बेच दिया। हमसे पांच लाख में खरीदी और 1.81 करोड़ में बेची। हमसे जबरन भूमि लेकर हमें भूमिहीन किया जा रहा है। रामजन्भूमि ट्रस्ट ने 22 गुना सर्कल रेट से कराया। 48 लाख बिस्वा के रेट पर रजिस्ट्री कराई। पूजा वर्मा ने बताया कि अयोध्या की मूल निवासी हैं। कोरोना में पति की मौत हो गई। बीमा से मिले पैसे से जमीन खरीदी। आवास विकास बहुत कम कीमत में जमीन ले रहा है। कोई हमारी बात नहीं सुन रहा। बच्चों को कैसे पढ़ा सकूंगी। बेटी की शादी करनी है। राम यादव ने बताया कि माया जमतरा में सरकार 2000 किसानों को उजाड़ रही है। नजूल बताकर जमीन ली जा रही है जबकि बैंक लोन देते हैं। अदालत में स्वीकार्य है। टेंट सिटी के नाम पर हमे उजाड़ा जा रहा है। हम बर्बाद हो जायेंगे। अयोध्या के व्यापारी नेता रतन जायसवाल ने बताया कि मेरी जमीन भी आवास विकास जबरन ले रहा है। ये अत्याचार हो रहा है। पांच लाख बिस्सा के भाव पर लेकर करोड़ों में बेच रहा है। आवास विकास सारे नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहा है। उद्योगपति होटल वालों को जमीन बेची जा रही है। हम अयोध्या के मूल निवासी हैं। क्या हम अयोध्या में रोजगार नहीं कर सकते। भूमिहीन होने जा रहे हैं। हरिराम ने कहा कि हमारी समस्या इतनी विकराल हो गई है कि भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। खड़ी फसल को रौंद दिया गया। यादव बाहुल्य इलाकों में खास तौर पर अत्याचार हो रहा है।
मायावती ने पार्टी संगठन के कार्यों की समीक्षा की
मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर भी दिया दिशा-निर्देश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती आज यूपी के पार्टी संगठन की समीक्षा की। इस दौरान पिछली बैठक में पार्टी व मूवमेंट के हित में दिए गए कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही आगामी कार्यों के लिए दिशा-निर्देश दिए। मॉल एवेन्यू स्थित पार्टी प्रदेश कार्यालय में होने वाली बैठक में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों, सभी जिलाध्यक्षों और अन्य जिम्मेदार लोगों को भी मौजूद रहने के लिए कहा गया है।
मायावती मिल्कीपुर चुनाव को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दे सकती हैं। कुछ वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली चुनाव में प्रचार के लिए जाने की जिम्मेदारी भी सौंप सकती हैं। इसके पहले मायावती ने बुधवार को अपने जन्मदिन पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन का कोई भविष्य नहीं है। जिस दिन कांग्रेस व भाजपा जैसे जातिवादी दलों के लुभावने वादों वाली राजनीति को जनता भांप जाएगी, तब बसपा फिर से वापसी करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस व भाजपा जैसे दल बसपा को खत्म करना चाहते हैं।
मायावती के दूसरे भतीजे ईशान के सियासत में आने की अटकलें तेज
बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन पर उनके दूसरे भतीजे ईशान आनंद भी मौजूद रहे। इसके बाद आकाश आनंद की तरह उनकी भी सियासत में आने की अटकलें शुरू हो गई हैं। ईशान मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के छोटे बेटे हैं। वह बीते दिनों लंदन से कानून की पढ़ाई करके लेकर लौटे हैं। दरअसल, ईशान अपने बड़े भाई और बसपा के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद के साथ मायावती का जन्मदिन मनाने लखनऊ आए थे। पहले किसी ने उन पर ध्यान नहीं दिया लेकिन जब मायावती ने उनको अपने पास बुलाया तो मौजूद लोग अचरज में पड़ गए। ईशान का परिचय देकर बताया कि वह बीते दिनों लंदन से लौटे हैं और अपने पिता का कारोबार संभालने जा रहे हैं। बसपा सुप्रीमो अपने जन्मदिन के बाद दिल्ली चली जाती हैं, जहां पूरा परिवार जुटता है। इस बार उनके दिल्ली नहीं जाने की वजह से आकाश और ईशान लखनऊ आए थे। उनके सियासत में आने की अटकलों की वजह यह भी है कि इसी तरह आकाश आनंद की भी कई मौकों पर मायावती के साथ मौजूदगी के बाद उनका राजनीति में प्रवेश कराया गया था।
आकाओं के इशारे पर ईडी बदले की भावना से कर रही कार्रवाई: भूपेश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले मामले पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। गिरफ्तारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बदले की भावना से कार्रवाई की गई। केंद्र सरकार में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर ईडी कांग्रेसी नेताओं को बदनाम करने में लगी है।
पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक कवासी लखमा की गिरफ़्तारी बदले की भावना से की गई कार्रवाई है। केंद्र सरकार में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर ईडी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की साज़िश रच रही है। उन्होंने आगे लिखा कि पूरी कांग्रेस पार्टी कवासी लखमा के साथ खड़ी है। वहीं दूसरी ओर मामले में पूर्व मंत्री के गिरफ्तारी के बाद उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का भी बयान सामने आया है। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि लखमा के आबकारी मंत्री रहते एफएल-10 के नाम पर स्कैम किया गया। अपनी ही सरकार में कवासी लखमा ठग लिए गए।
पीएम मोदी की तारीफ को लेकर इल्तिजा मुफ्ती ने कसा तंज
उमर अब्दुल्ला को पीडीपी ने घेरा कहा- इस दिल दीवाने पर वीरानी सी छायी, आप आए बहार आई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जो प्रशंसा की उसको लेकर पीडीपी की इल्तिजा मुफ्ती ने तंज कसा है। उन्होंने एक गाने का बोल लिखते हुए अब्दुल्ला पर निशाना साधा है। इल्तिजा मुफ्ती ने एक्स पर पोस्ट में लिखा सारे जमाने पर मौसम सुहाने पर, इस दिल दिवाने पर वीरानी सी छायी। आप आए बहार आई।
पीडीपी विपक्ष की भूमिका में है। चुनाव में इल्तिजा मुफ्ती सफल नहीं हो पाईं। हालांकि भविष्य की राजनीति तलाशने की दिशा में उनका सक्रियता इसी तरह से जारी भी है। वो लगातार इस कोशिश में लगी हैं कि सरकार पर अंकुश लगाया जाए, उनकी कमियां गिनाई जाएं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव कराने के अपने वादे को पूरा करने के लिए सोमवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की।
ज़ेड-मोड़ सुरंग के उद्घाटन के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए, उमर ने कहा कि पीएम मोदी ने अपना तीसरा कार्यकाल हासिल करने के बाद, श्रीनगर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में भाग लिया, जहां लोगों से वादा किया गया था कि चुनाव होंगे, और उन्हें मिलेगा।
आपने (पीएम मोदी) अपना वादा पूरा किया और चार महीने के भीतर चुनाव हुए। एक नई सरकार चुनी गई और परिणाम यह है कि मुख्यमंत्री के रूप में मैं यहां आपसे बात कर रहा हूं।
योगी सरकार में भाजपा नेता ही पुलिस के निशाने पर
प्रयागराज में भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश सह-कोषाध्यक्ष को पुलिस ने थाने में बंद करके की पिटाई
आधी रात दो विधायक, महापौर व एमएलसी धरने पर बैठे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयाराज। अपनी ही सरकार में भाजपा नेताओं को पुलिस पीट रही है। बड़े-बड़े नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं पर सुनने वाला कोई नहीं है। मामला प्रयागराज का है। वहां पर भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश सह-कोषाध्यक्ष मनोज पासी ने झूंसी थानेदार और अन्य पुलिसकर्मियों पर उनकी थाने में बंदकर पिटाई करने का आरोप लगाया।
मामला तूल पकड़ा तो भाजपाई आक्रोशित हो उठे। रात में महापौर, दो विधायक, एमएलसी और जिलाध्यक्ष समेत भारी पार्टी कार्यकर्ताओं ने झूंसी थाने का घेराव किया। रात आठ बजे महापौर गणेश केसरवानी, फूलपुर विधायक दीपक पटेल, उत्तरी विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, गंगापार अध्यक्ष कविता पटेल, पूर्व एमएलसी निर्मला पासवान समेत सैकड़ों कार्यकर्ता झूंसी थाने पहुंच गए। एसीपी विमल किशोर मिश्र थाने पहुंचे तो महापौर और विधायकों ने उनसे बात करने से ही मना कर दिया। तब डीसीपी नगर अभिषेक भारती झूंसी थाने पहुंचे। भाजपाई झूंसी थानेदार उपेंद्र प्रताप सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग कर रहे थे।
कई पुलिसकर्मी निलंबित
डीसीपी अभिषेक भारती ने बताया कि घटना के बाद तथ्यों के आधार पर चमनगंज चौकी इंचार्ज संतोष कुमार सिंह, दरोगा शिवराम यादव, जग नारायण और मुख्य आरक्षी पारस यादव को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इनके खिलाफ विभागीय जांच बिठा दी गई है। इसके अलावा झूसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए गए हैं। सूचना पर एसीपी विमल किशोर मिश्र मौके पर पहुंचे तो सभी ने उनसे वार्ता से इन्कार कर दिया। तब डीसीपी नगर अभिषेक भारती झूंसी थाने पहुंचे। देर रात तक पुलिस अफसरों और भाजपाइयों में वार्ता चलती रही। कोई नतीजा नहीं निकल सका था। भाजपाई झूंसी थानेदार के निलंबन की मांग कर रहे थे।