किसानों के तेवर तल्ख, और तेज करेंगे आंदोलन

  • 11 जनवरी को किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में होनी है सुनवाई
  • कृषि कानूनों की वापसी तक घर नहीं जाएंगे किसान
  • 26 जनवरी को एक लाख ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में घुसेंगे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े किसानों के तेवर अब और तल्ख हो गए हैं। उन्होंने आंदोलन को और तेज करने का ऐलान किया है। सरकार और किसानों के बीच का गतिरोध 8वें दौर की बातचीत में भी नहीं खत्म हो पाया है। अब 15 जनवरी को फिर बातचीत होगी। बीच में 11 जनवरी को किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होनी है। किसानों का साफ कहना है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 45वें दिन भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि कल की बैठक भी विफल रही और 15 जनवरी को जो बैठक होने वाली है उसमें भी कोई समाधान नहीं निकलेगा और जब तक ये तीन कानून रद्द नहीं होते तब तक हम यहां से वापस नहीं जाएंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि सरकार और किसान दोनों के बीच कोई सहमति नहीं बनी। ये आंदोलन लंबा चलेगा क्योंकि सरकार कानून वापस लेने को तैयार नहीं और किसान घर वापसी के लिए तैयार नहीं। वहीं किसान नेताओं ने कहा कि यदि सरकार तीनों कानून वापस लेकर मांगों को नहीं मानती है तो फिर 26 जनवरी को दिल्ली में किसान एक लाख ट्रैक्टरों के साथ परेड करेंगे। ट्रैक्टरों से परेड की तैयारी शुरू कर दी गई है। आंदोलन में पहुंचे खाप के थांबेदार रामकुमार ने कहा कि सरकार किसानों की मांगों को मानने में जितनी देर कर रही है, उसका उतना ही नुकसान होगा। आंदोलन पर बैठा किसान दो-तीन साल तक भी सड़क से नहीं उठेगा।

 बस्ती में आलू व्यवसायी समेत तीन की हत्या से सनसनी
  • दो अलग-अलग स्थानों पर फेंकी गईं लाशें, मौके पर पहुंची पुलिस
  • मरने वालों में ट्रक चालक व खलासी भी शामिल, ट्रक बरामद
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. बस्ती। प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद है। बस्ती जिले के नेशनल हाईवे के किनारे छावनी इलाके में हत्या कर फेंकी गई तीन व्यक्तियों की लाश मिलने पर सनसनी फैल गई। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम पहुंची। घटनास्थल पर संघर्ष के निशान मिले हैं। पुलिस लूटपाट से इंकार कर रही है। पुलिस अधीक्षक रवींद्र सिंह ने बताया कि आज सुबह छावनी थाना क्षेत्र के आदेश ढाबा के पास एक शव पड़े होने की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक के पास मिले मोबाइल से उसकी पहचान सोनू नामक युवक के रूप में हुई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मोबाइल द्वारा यह भी जानकारी दी कि ट्रक उन्नाव का है। ट्रक मालिक से संपर्क होने पर ट्रक की लोकेशन की जानकारी मिली। सोनू के शव से दो किलोमीटर की दूरी पर ट्रक खड़े होने की जानकारी मिली थी। पुलिस द्वारा छानबीन करने पर ट्रक के अंदर से दो अन्य शव बरामद हुए। एक शव मोहम्मद असलम का है जो बिहार के एक व्यापारी हैं जबकि दूसरा शव ड्राइवर राजकुमार का मिला है। प्रथम दृष्टया आलू व्यापारी की हत्या गला घोंटकर किये जाने की आशंका है जबकि खलासी व ड्राइवर की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या करने की पुष्टि हुई है। तीनों के शव बरामद होने के साथ ही उनके मोबाइल भी बरामद हुए हैं। व्यापारी की जेब से 90 हजार रुपये बरामद हुए हैं। पहला शव जहां मिला है वहां हत्या से पूर्व संघर्ष के निशान मिले हैं। उन्होंने बताया कि सभवत: झगड़े के बाद हत्या किये जाने की आशंका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गौरतलब है कि कानपुर का आलू व्यापारी ट्रक लेकर बिहार गया था। वहां से आलू बेचकर लौटते समय यह वारदात हुई। ट्रक मालिक मनोज कुमार ने जीपीएस से लोकेशन ट्रेस कर पुलिस को बताया था कि उनकी ट्रक शंकरपुर के पास खड़ी है।
फोरेंसिंक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं। तीन थानों की पुलिस सहित स्वाट और सर्विलांस की टीमें भी लगाई गई हैं। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
रवींद्र सिंह,पुलिस अधीक्षक ,बस्ती

कोरोना काल में भारत ने दिखाया अपना सामर्थ्य : मोदी

  • भारत का लोकतंत्र सबसे जीवंत, दुनिया के लिए बना उदाहरण
  • प्रवासियों ने किया भारतीयता का प्रसार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में भारत ने अपने सामर्थ्य का परिचय दिया है। इस दौरान भारत के लोगों ने सेवा भाव का परिचय दिया है। आज भारत के वैक्सीन का इंतजार सबको है। भारत के सामर्थ्य का लाभ सभी को मिलता है। पीएम ने कहा कि देश में बने दो वैक्सीन के साथ भारत मानवता के हित में कार्य करने के लिए तैयार है। कोरोना के समय में भी कई नए टेक स्टार्टअप्स भारत से निकल कर आए हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया गवाह है कि जब भी भारत के सामर्थ्य को सवालिया निशानों से देखा गया है तो हर बार भारतीयों ने इसे गलत साबित किया है। जब भारत पराधीन था तो यूरोप में लोग कहते थे कि भारत आजाद नहीं हो सकेगा लेकिन भारतीयों ने इसे गलत साबित कर दिया। जब भारत आजाद हो गया तो पश्चिम के लोग कहते थे कि इतना गरीब देश एक साथ नहीं रह पाएगा, यहां लोकतंत्र का प्रयोग सफल नहीं हो पाएगा, लेकिन भारत ने इसे भी गलत साबित कर दिया। पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि आज भारत का लोकतंत्र सबसे सफल, सबसे जीवंत है। भारत का लोकतंत्र दुनिया में उदाहरण बन गया है। उन्होंने कहा कि शांति का समय हो या संघर्ष का, भारतीयों ने डट कर मुकाबला किया है। औपनिवेशिक चुनौती से लेकर आंतकवाद तक हर मोर्चे पर भारत ने दृढ़ता से कार्य किया है। भारत निर्माण में प्रवासी भारतीयों के योगदान को याद करते हुए पीएम ने कहा कि आज पूरी दुनिया को अगर भारत पर इतना विश्वास है तो इसका कारण प्रवासी भारतीय भी हैं। आप जहां भी गए भारतीयता का प्रसार किया है। भारत सरकार हर पल आपके साथ खड़ी है। इस बार प्रवासी भारतीय सम्मेलन का विषय आत्मनिर्भर भारत है।

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