बिहार में डीके टैक्स को लेकर मचा कोहराम
- सीएम को जनता से बात करने के लिए रुपये चाहिए : तेजस्वी
- राजद ने एनडीए सरकार को घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में साल के आखिर में चुनाव होने हैं पर वहां की सियासत में अभी से डीके टैक्स व बीपीएससी परीक्षा को लेकर कोहराम मच गया है। इसी सिलसिले में पश्चिम चंपारण पहुंचे पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोल है। बगहा में कार्यक्रम को संबोधित करने राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार को डीके टैक्स का खौफ है। राज्य में सभी लोग डर रहे हैं। मंत्री तक डीके की खुशामद करते रहते हैं। समय आने पर बताएगे कि कौन है डीके? हमलोग जल्द ही इसका खुलासा भी करेंगे कि कैसे होती है वसूली?
बिहार की राजनीति में पहले नीतीश कुमार के करीबी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को लेकर चर्चा होती थी। कहा जाता था कि बिहार में आरसीपी टैक्स चलता है। अंदरखाने में तबादले से लेकर कई काम के लिए आरसीपी टैक्स चुकाना पड़ता है। इस खबर में कितनी सच्चाई थी, ये तो आरोप लगाने वाले नेता समझते होंगे। ताजा मामला डीके टैक्स से जुड़ा है। इस टैक्स को लेकर नीतीश कुमार के एक करीबी अधिकारी पर सवाल खड़ा किया गया है। तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार आज भी देश के सबसे पिछड़े राज्यों में से एक है, जहां लोग रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। तेजस्वी ने बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी बिहार मे प्रगति यात्रा कर रहे हैं। यह पूरी तरह पदाधिकारियों के लूट करने के लिए छूट देने की यात्रा है। यह प्रगति यात्रा नहीं है यह दुर्गति यात्रा है। सीएम नीतीश कुमार जनता से बात करने के लिए दो अरब पच्चीस करोड़ पचहत्तर रुपये चाहिए।
बिहार में अब खेला नहीं, मेला होगा : नीरज कुमार
मुजफ्फरपुर में आयोजित एनडीए की बैठक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) समेत अन्य घटक दलों ने यह साफ कर दिया कि अब राज्य की राजनीति में ‘खेला’ नहीं, बल्कि ‘मेला’ होगा। बैठक में नेताओं ने इंडिया गठबंधन और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखे हमले किए। बैठक के दौरान जदयू के प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने जोर देकर कहा कि अब पार्टियां अपने-अपने नाम से नहीं, बल्कि गठबंधन के नाम से जानी जाएंगी। उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को उन्नति और विकास का प्रतीक बताया। नीरज ने कहा कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए की सरकार बनेगी। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास की गति और तेज होगी।
अभ्यर्थियों के साथ हुआ अन्याय: मनोज झा
पटना में तेजस्वी यादव के डीके टैक्स वाले बयान पर राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि आरसीपी टैक्स की बात तेजस्वी यादव ने की है। कहां है आजकल आरसीपी टैक्स वाले, आज उनकी बात कर रहे हैं। कल कहां होंगे यह पता नहीं। उन्होंने आगे कहा कि चुने हुए सरकार के बदले कोई सेवा निर्वित अधिकारी निर्णय ले, इसके निर्णय में एक निर्णय में यह भी मानता हूं। बीपीएससी में जो आपने अभ्यर्थियों के साथ अन्याय किया और सरकार मुख दर्शक बनकर खड़ी रही, वह सारी चीज जुड़ी हुई है। मनोज झा ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वही बात कहा है जो पूरे बिहार के लोग कर रहे हैं। बीजेपी नेता नितेश राणे का बयान जिसमें उन्होंने कहा है कि ईवीएम का मतलब एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला। इस सवाल के जवाब में मनोज झा ने कहा कि कायदे से आपका माइक नरेंद्र मोदी के पास पहुंचना चाहिए। कल ही भारत मंडपम में बोल रहे थे युद्ध नहीं बुद्ध चाहिए। नितेश राणे इस बात के प्रतीक है।
बिहार सरकार ने निजी जमीन पर शिविर लगाने से रोका : पीके
पटना। जन सुराज पार्टी ने दावा किया कि पटना जिला प्रशासन ने कथित तौर पर बिहार सरकार के आदेश पर उसे निजी भूमि पर शिविर लगाने से रोक दिया, क्योंकि सरकार पार्टी संस्थापक प्रशांत किशोर के विरोध से घबरा गई है। जिला प्रशासन ने आरोप से इनकार करते हुए दावा किया कि उसने पार्टी को बिना सर्वेक्षण वाली सरकारी जमीन पर पांडाल लगाने से रोक दिया। सोशल मीडिया पर एक बयान में पार्टी ने नीतीश कुमार सरकार पर कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा में कथित अनियमितताओं के विरोध में किशोर के वर्तमान आमरण अनशन से राज्य सरकार घबरा गई है और प्रशासन ने उसे मरीन ड्राइव के पास निजी भूमि पर शिविर नहीं लगाने दिया।
पप्पू यादव के समर्थकों ने बंद के लिए किया यातायात बाधित
निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के समर्थकों ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा हाल ही में आयोजित संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितताओं के विरोध में बिहार बंद के तहत राज्य भर में यातायात बाधित किया और इस दौरान कई जगह वाहनों में तोडफ़ोड़ की गई। पुलिस ने 15 प्रदर्शनक ारियों को हिरासत में लिया है। लोक सभा में पूर्णिया का प्रतिनिधित्व करने वाले यादव ने पटना में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जहां वह क फ न पहने हुए एक खुले वाहन में घूमे और दावा किया कि आंदोलन उन सभी लोगों की मौत की कामना करता है, जो 1& दिसंबर को आयोजित बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) में गड़बड़ी में शामिल थे।