कंट्रोल के बाहर कोरोना, अस्पताल से श्मशान तक वेटिंग

  • पहली बार एक दिन में संक्रमितों का आंकड़ा दो लाख के पार
  • 1038 मरीजों की गई जान लगातार दूसरे दिन
  • ऑक्सीजन, बेड व दवाओं की किल्लत, जांच के लिए भी लंबी कतार
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर कंट्रोल से बाहर होती जा रही है। देश में पहली बार एक दिन में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा दो लाख के पार पहुंच गया है। मौतों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है। लगातार दूसरे दिन एक हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। महाराष्टï्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों की चिकित्सा सेवाएं चरमरा गई हैं। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की भारी कमी हो गई है। भर्ती के लिए अस्पतालों में वेटिंग चल रही है। वहीं मृत्यु दर बढ़ने के कारण श्मशान घाटों में शवदाह के लिए मृतकों के परिजनों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2,00,739 नए मामले सामने आए हैं जबकि 1038 मौतों के साथ कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1,73,123 हो गई है। लगातार दूसरे दिन एक हजार से अधिक मौतें हुई हैं। मरीजों के ठीक होने की दर में गिरावट दर्ज की गई है। अस्पतालों में बेड के साथ ऑक्सीजन का संकट गहराता जा रहा है। दिल्ली में ऑक्सीजन सप्लाई की डिमांड तीन गुना बढ़ गई है। राजस्थान में दो हफ्ते में ऑक्सीजन की डिमांड ढाई गुना बढ़ गई है। यूपी में ऑक्सीजन की डिमांड इतनी है कि ऑक्सीजन तैयार करने वाली फैक्ट्रियां दोगुनी की गई हैं। राजधानी के तमाम अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं। जरूरी दवाओं की भी भारी किल्लत है। झारखंड में ऑक्सीजन की डिमांड 20 गुना बढ़ चुकी है। अस्पतालों के बाहर मरीज दम तोड़ रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। महाराष्ट्र में 1200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध है, लेकिन डिमांड इससे बहुत अधिक है। वहीं ऑक्सीजन और बेड की कमी से या तो मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है या उन्हें दूसरे अस्पतालों में भेजा जा रहा है, जहां बेड और ऑक्सीजन हैं। कोरोना की इस दूसरी लहर में अधिक उम्र के लोगों के साथ बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर के साथ ही हरियाणा से लेकर गुजरात तक कोरोना संक्रमित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है जबकि लोग अभी भी कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं।
लखनऊ समेत दस जिलों में रात आठ बजे से कर्फ्यू
लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर सहित 2000 से अधिक एक्टिव केस वाले सभी 10 जनपदों में रात्रि 8 बजे से प्रात: 7 बजे तक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी किया गया।
दिल्ली से लखनऊ तक हाहाकार
पिछले चार दिनों में राजधानी दिल्ली में अकेले 240 मौतें हुईं हैं, जिससे श्मशान और कब्रिस्तान दोनों जगहों पर अंतिम संस्कार के लिए भीड़ लगी हुई है। दिल्ली के आईटीओ पर सबसे बड़े कोविड कब्रिस्तान में शवों को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ने लगी है। वहीं, श्मशान घाटों पर चिताएं बुझने का नाम नहीं ले रही हैं। निगमबोध घाट का आलम ये है कि शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए लोगों को कई घटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। लखनऊ के भैसाकुंड श्मशान घाट, गुल्लालाघाट पर शवों की संख्या बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ में मृतकों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार तक के लिए परिजनों को इंतजार करना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ के अंबेडकर अस्पताल में शव रखने की भी जगह नहीं बची है। गुजरात के अहमदाबाद और सूरत के श्मशानों में दस से बारह घंटे की वेटिंग है, वहीं कब्रिस्तान में जेसीबी से खुदाई कराकर एडवांस में कब्रें तैयार की जा रही हैं।

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित, 15 मई तक 12वीं तक के स्कूल बंद
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला लिया है। मई में नई तारीखों पर विचार किया जायेगा। साथ ही उन्होंने 15 मई तक कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूल व कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया। गौरतलब है कि इसके पहले पंचायत चुनाव को देखते हुए बोर्ड परीक्षाएं स्थगित की गई थी, जिसके बाद आठ मई को परीक्षाएं कराने का फैसला लिया गया था। वहीं प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए प्रोटोकॉल जारी किया है। इनकी अब हर जिले में स्क्रीनिंग होगी। किसी में अगर कोरोना संक्रमण का लक्षण नहीं भी मिलता है, तब भी उसको कम से कम सात दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा। अगर लक्षण हैं तो 14 दिन क्वारंटाइन रहना होगा। सभी जिलों में क्वारंटीन सेंटर बनेंगे। महाराष्ट्र, दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से पलायन कर प्रदेश लौट रहे प्रवासियों का जिले में स्क्रीनिंग कराना जरूरी होगा। इसके बाद इनको सात दिन का होम क्वारंटाइन जरूरी कर दिया गया है। प्रवासी मजदूरों की आरटीपीसीआर जांच के साथ चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष रणनीति बनाने के निर्देश दिए गए हैं। बलरामपुर और केजीएमयू को पूर्ण कोविड अस्पताल के रूप में तैयार करने के निर्देश दिये गये।

पंचायत चुनाव: गांव की सरकार बनाने के लिए उमड़े लोग, मतदान के बीच हिंसा

  • यूपी में 18 जिलों में पहले चरण की वोटिंग, कहीं मारपीट कहीं आगजनी
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में यूपी के 18 जिलों में मतदान हुआ। गांव की सरकार बनाने के लिए मतदाताओं में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखा गया। सुबह से ही बूथों पर मतदाताओं की लाइनें लगीं रहीं। कई जिलों से हिंसा की खबरें मिली हंै। सहारनपुर में प्रधान पद के प्रत्याशी भिड़ गए जिसके बाद एक कार में तोड़फोड़ कर दी जबकि दूसरी में आग लगा दी गई। महोबा की जैतपुर की ग्राम पंचायत मंगरोल कला में प्रधान प्रत्याशी समेत चार लोगों पर जानलेवा हमला किया गया। गोरखपुर में प्रधान पद के प्रत्याशी को गोली मारने का मामला सामने आया है। संतकबीरनगर के हकीमराई गांव में जमकर ईट-पत्थर चले हैं। गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। गाजियाबाद के इलाइचीपुर और खुदाबक्स गांव में दो प्रत्याशियों के एजेंटों में भिड़ंत की सूचना है। झांसी जिले के बड़ागांव ब्लॉक में पंचायत चुनाव में तैनात एक महिला की अचानक तबीयत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। महिला का नाम निर्मला साहू निवासी दतिया गेट बताया जा रहा है। गाजियाबाद, हरदोई, रायबरेली, झांसी, बरेली, संतकबीरनगर, रामपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, महोबा, श्रावस्ती, अयोध्या, जौनपुर, कानपुर, भदोही, हाथरस, आगरा, सहारनपुर में मतदान हुआ। सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button