जिनकी सांसें उखड़ रहीं उनको बेड नहीं निरहुआ टहलते हुए गये, पीजीआई में भर्ती हुए और खिंचवायी सेल्फी
जिनकी सांसें उखड़ रहीं उनको बेवीडियो वायरल, भोजपुरी सुपरस्टार निरहुआ की कोरोना रिपोर्ट है पॉजिटिव
आम कोरोना मरीजों को नहीं मिल रहा इलाज, रसूख वालों को नहीं कोई दिक्कत
समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण कई लोगों की राजधानी में हो चुकी है मौत
अफसर भी व्यवस्था सुधारने में नाकाम, सरकार के निर्देशों का भी नहीं दिख रहा असर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कोरोना महामारी की नयी लहर से राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। अस्पतालों में आम आदमी को इलाज नहीं मिल पा रहा है। लिहाजा कई बिना इलाज के दम तोड़ रहे हैं। वहीं रसूख वालों को बड़े से बड़े सरकारी अस्पताल में भर्ती होने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है। भोजपुरी सुपरस्टार और नेता निरहुआ कोरोना पॉजिटिव होने के बाद लखनऊ के नामचीन अस्पताल एसजीपीजीआई में टहलते हुए पहुंचे और भर्ती हो गए। इस दौरान पीपीई किट पहने स्वास्थ्यकर्मी उनके साथ सेल्फी लेते नजर आए। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने जमकर सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि गंभीर मरीजों को अस्पताल में बेड क्यों नहीं मिल पा रहे हैं?
भोजपुरी सुपरस्टार निरहुआ कोरोना पॉजिटिव होने के बाद लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती हो गए हैं। इस बीच सोशल मीडिया में निरहुआ का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में निरहुआ के अस्पताल जाते समय पीपीई किट पहने स्वास्थ्यकर्मी उनके साथ सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं। दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ अपनी किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, इसी दौरान उनमें कोरोना के लक्षण सामने आए। उनके स्टॉफ के दो सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। निरहुआ से पहले साउथ की एक्ट्रेस आम्रपाली दुबे भी कोरोना की चपेट में आ गई थीं। फिल्म की शूटिंग के दौरान कोरोना नियमों के पालन में लापरवाही बरती गई थी। इसी वजह से निरहुआ और उनकी टीम के दो सदस्य कोरोना की चपेट में आ गए। कुछ दिन पहले निरहुआ की फिल्म की शूटिंग का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कोई भी मास्क पहने नहीं नजर आया था। न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा था। निरहुआ भोजपुरी के सुपर स्टार हैं। इसके अलावा निरहुआ की एंट्री राजनीति में भी हो चुकी है। फिलहाल निरहुआ एसजीपीजीआई में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है। वहीं दूसरी ओर सरकार के तमाम दिशा-निर्देशों के बावजूद राजधानी में कोरोना मरीजों को अस्पताल में इलाज नहीं मिल पा रहा है।
अव्यवस्था ने ले ली सुशील की जान
कोरोना के बढ़ते संक्रमण से पूरा शहर खौफजदा है। अस्पतालों में बिना कोविड रिपोर्ट के मरीज भर्ती नहीं किए जा रहे हैं। बुधवार से विवेकानंद अस्पताल के बाहर अलीगंज निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग सुशील कुमार श्रीवास्तव भर्ती के लिए चक्कर काट रहे हैं मगर अस्पताल वालों ने यह कहकर भर्ती करने से मना कर दिया कि पहले कोविड की रिपोर्ट लेकर आओ। दो दिन पहले उनकी रिपोर्ट आयी और वे कोरोना पॉजिटिव मिले। बेटे आशीष ने बताया कि काफी मशक्कत के बाद जब दूसरे दिन इनको भर्ती भी किया गया तक तब काफी देर हो चुकी थी। आज उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। सुशील कुमार श्रीवास्तव जैसे तमाम लोग ऐसी ही अव्यवस्था का शिकार हो रहे हैं। रसूख नहीं होने के कारण आम आदमी अस्पतालों के धक्के खा रहा है।
पूरे प्रदेश में रविवार को लॉकडाउन, मास्क न पहनने पर जुर्माना
स्वच्छता, सैनेटाइजेशन और आपातकालीन सेवाएं ही होंगी संचालित
केजीएमयू और बलरामपुर पूरी तरह बनेंगे कोविड अस्पताल
लखनऊ में एक हजार बेड का नया कोविड अस्पताल बनेगा
स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री करेंगे मॉनीटरिंग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए योगी सरकार ने आज अहम फैसला लिया है। अब पूरे प्रदेश में रविवार को लॉकडाउन रहेगा। जरूरी सेवाओं को छोड़कर किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। इस दिन प्रदेश की प्रमुख जगहों को सैनेटाइज करने का काम किया जाएगा। मास्क नहीं पहनते पर पहली बार एक हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। दोबारा बिना मास्क के पकड़े जाने वा दस हजार रुपये का जुर्माना देना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, सीएमओ और टीम-11 के सदस्यों साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लखनऊ में 1000 बेड का नया कोविड हॉस्पिटल स्थापित किया जाए। डिफेंस एक्सपो आयोजन स्थल इसके लिए बेहतर स्थान हो सकता है। कोविड टेस्ट के लिए सरकारी और निजी प्रयोगशालाएं पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। केजीएमयू और बलरामपुर को पूरी तरह कोविड अस्पताल बनाया जाए। इससे पांच हजार अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो जाएंगे। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री व्यवस्था की मॉनीटरिंग करें।
राजधानी पहुंची डीआरडीओ की टीम, तैयार करेगी दो कोविड हॉस्पिटल
लखनऊ। लखनऊ के सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की पहल पर डीआरडीओ की टीम राजधानी पहुंच गई है। टीम दो स्थानों पर 500-600 बेड क्षमता वाले दो कोविड अस्पताल तैयार कराएगी। वहीं दिल्ली से वेंटिलेटर भी लखनऊ भेजे जा रहे हैं। डॉक्टरों की विशेष टीम भी बुलाने की तैयारी है। यूपी में कोरोना के कारण स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। लखनऊ में एल-3 अस्पतालों में आईसीयू के बेड फुल हो गए हैं। राजधानी के सरकारी और निजी एल-3 कोविड अस्पतालों के आईसीयू भर गए हैं। रोजाना यहां 100 से ज्यादा मरीज भर्ती के लिये आते हैं। बेड न मिलने से निराश होकर वापस लौट रहे हैं। पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया संस्थान में भारी संख्या में आईसीयू बेड होते हुए भी मरीजों को नहीं मिल पा रहे है।
होम आइसोलेशन में सुविधाओं और जरूरतों पर जोर
सीएम ने कहा कि होम आइसोलेशन में निवासरत लोगों की सुविधाओं और जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए। ऐसे मरीजों को सभी प्रकार की आवश्यक दवाओं को समाहित करते हुए मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। मेडिकल किट में न्यूनतम एक सप्ताह की दवा जरूर हो। दवाओं की कहीं कोई कमी नहीं है। इस कार्य की हर दिन समीक्षा की जाए।